EPFO में बडा घोटाला, दो साल बाद उठा पर्दा ?

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EPFO : केंद्र सरकार की ओर से कोरोना महामारी  (covid 19) के चलते 2021 में लोगों को रोजगार देने के लिए आत्मनिर्भर भारत योजना शुरू की गई थी। इसमें नए कर्मचारियों का दो साल तक का भविष्य निधि (पीएफ) अंशदान केंद्र सरकार की ओर से वहन किया गया।   फर्जीवाडे का लेकर अब केवल एक ही महकमा बचा था, अब उसे लोगो ने अपना शिकार बना ही लिया। देहरादून की एजेसी ने लाखो रूपए की  (epfo) भविष्य निधि (पीएफ) से ठगी कर ली।Rewari News: भाजपा कार्यकारिणी में किया बदलाव, जानिए किसको क्या पद मिला EPFO 2 किया फर्जीवाडा: केंद्र सरकार की आत्मनिर्भर भारत योजना में फर्जी  (EPFO)  कर्मचारी दिखाकर 2.87 करोड़ रुपये का पीएफ फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है। ईपीएफओ देहरादून की ओर से कंपनी के मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।मौसम विभाग ने किया अलर्ट, 11 जिलों में होगीे झमाझम बारिश, जानिए कब बदलेगा मौसम ? सनराइज सिक्योरिटी एंड प्लेसमेंट सर्विसेज कंपनी के मालिक विकास कुमार निवासी नेहरू कॉलोनी देहरादून (dehradun)  द्वारा ऐसे 933 लोगों के आधार कार्ड और बैंक खातों का उपयोग किया, जो वास्तव में संस्थान के कर्मचारी थे ही नहीं थे। जब फर्जीवाडे का पता चला तो मामला दर्ज करवाया गया है।  

16 लाख  रिकवर

पीएफ खातों से बैंक खातों में क्लेम के जरिये ट्रांसफर हो पाती, इस बीच फर्जीवाड़ा पकड़ में आ गया। विभिन्न लोगों के बैंक खातों में ट्रांसफर हो चुके 31.90 लाख में से ईपीएफओ ने 16 लाख एक हजार की रकम रिकवर कर ली है, लेकिन 15 लाख 89 हजार रुपये वसूल किए जाने बाकी हैं।   जानिए कैसे खेला खेल: कोरोना काल में सरकार की सुविधाओ को लेकर भारी गोलामाल  (Scam in EPFO) किया गया है। कर्मचारी दर्शाकर केंद्र सरकार से दो साल तक पीएफ अनुदान लिया गया। इन फर्जी कर्मचारियों के पीएफ खातों में सरकार से 2.87 करोड़ रुपये जमा हुए। इसमें से पीएफ एडवांस के क्लेम लगाकर इन फर्जी कर्मचारियों के बैंक खातों में 31 लाख 90 हजार रुपये की रकम डलवा ली गई।