हरियाणा: हरियाणा के जिला रेवाडी के गांव माजरा में प्रस्तावित एम्म की डगर आसान नहीं है। एक बार फिर एक्स का टेंडर रदद होने के चलते ग्रामीणो मे मायूसी छा गई है। एम्स संघर्ष समिति ने कहा कि टेंडर पुन जारी नहीं किया गया तो 10 दिसंबर को एक बड़ी पंचायत का आयोजन कर निर्णायक संघर्ष का फैसला लिया जाएगा।Rewari Bar Association के चुनाव 15 दिसंबर को, जानिए कौन कौन कर सकते है मतदान
माजरा में बनने वाले अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की राह में बाधा आ गई है। एम्स का शिलान्यास होने से पहले ही टेंडर को कैंसिल कर दिया गया है। यह कार्रवाई मंत्रालय की तरफ से की गई है।

एम्स का टेंडर रद्द होने के बाद केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत का भी बयान सामने आया है। उनका कहना है कि माजरा एम्स के टेंडर आमंत्रित किए गए थे लेकिन उनमें शामिल हुई कंपनियों की तकनीकी खामियों व तय किए गए मापदंडों पर खरा ना उतरने के चलते टेंडर रद्द किया गया है
संघर्ष समिति का ऐलान- आंदोलन तेज करेंगे
संघर्ष समिति की तरफ से पिछले 33 दिन से मनेठी में धरना दिया जा रहा है। एम्स संघर्ष समिति के प्रधान श्योताज ने फैसला लिया है कि आंदोलन को और भी तेज किया जाएगा। 6 नवंबर को महिला पंचायत धरना स्थल पर आयोजित की जाएगी और 26 नवंबर को एक बाइक रैली का आयोजन किया जाएगा।
समिति एम्स निर्माण के लिए, ओपीडी और एमबीबीएस की क्लास शुरू करने के लिए आंदोलन जारी रखेगी। एम्स निर्माण टेंडर को पुनः जारी नहीं किया गया तो 10 दिसंबर को एक बड़ी पंचायत का आयोजन कर निर्णायक संघर्ष का फैसला लिया जाएगा।रेवाड़ी हो या दिल्ली, हरियाणा रोडवेज में इन यात्रियों को किराये में मिलेगी छुट, जानिए कैसे
एम्स के निर्माण के लिए लगाया गया टेंडर रद्द हो गया है। टेंडर कैंसिल होने की वजह से लोगों में भी अब रोष पनप उठा है। वहीं, 33 दिन से धरने पर बैठे एम्स संघर्ष समिति का मानना है कि टेंडर कैंसिल करने में कोई प्रशासनिक कारण नहीं है बल्कि चुनावी कारण है।
















