हरियाणा: भारत-चिरायु हरियाणा योजना में काफी बदलाव किया जा रहा है। इस योजना के तहत अब 1.80 लाख रुपए से 3 लाख रुपए तक वार्षिक आय वाले परिवारों को भी 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा का लाभ दिया जाएगा।
हरियाणा सरकार की ओर से नागरिकों को मनोहर तोहफा देते हुए आयुष्मान भारत-चिरायु हरियाणा योजना के विस्तारीकरण पोर्टल की शुरूआत की गई है। इसके लिए ऐसे परिवारों को सालाना 1500 रुपए अंशदान देना होगा।
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जिन परिवारों की वार्षिक आय 1.80 लाख से अधिक है और 3 लाख से कम है ऐसे परिवार सालाना प्रीमियम चुकाकर इस योजना का लाभ उठा सकेंगे।
डीसी राहुल हुड्डा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस योजना के विस्तार से प्रदेश के अनेक परिवारों को लाभ मिलेगा। हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश के अंत्योदय परिवारों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से शुरू की गई चिरायु हरियाणा योजना ऐसे परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही है।
महंगी बीमारियों के इलाज के खर्च के कारण अब इन परिवारों पर आॢथक बोझ नहीं पड़ेगा। उन्होंने बताया कि ‘चिरायु-आयुष्मान भारत योजना’ हरियाणा वासियों के जीवन को सुरक्षित व रोग मुक्त बनाने में सहायक सिद्ध हो रही है।
2018 में शुरू हुई थी योजना
देश के गरीब और वंचित तबके को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए केंद्र सरकार ने साल 2018 में आयुष्मान भारत योजना (Ayushman bharat yojana) शुरू की थीा अब इस योजना नाम बदलकर प्रधानमंत्री जन-आरोग्य योजना (PMJAY) कर दिया है. इस योजना के तहत पात्र परिवारों को 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा केंद्र सरकार मुहैया कराती हैा
परिवार को आयुष्मान गोल्डन कार्ड जारी किया जाता है. इस कार्ड को दिखाकर सूचीबद्ध अस्पतालों में फ्री इलाज कराया जा सकता है. आयुष्मान गोल्डन कार्ड देशभर के 13,000 से भी ज्यादा सरकारी और निजी अस्पतालों में मान्य है. आयुष्मान गोल्डन कार्ड ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों तरीकों से बनाया जा सकता हैा
कौन बनवा सकता है आयुष्मान गोल्डन कार्ड?
सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (Socio-Economic and Caste Census- SECC) डेटाबेस में सूचीबद्ध सभी परिवार आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत कवर किए गए हैं। इस योजना में ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न श्रेणियों में ऐसे परिवारों को शामिल किया गया है जिनके पास कच्ची दीवार और कच्ची छत वाले घर है।
ऐसे परिवार जिनमें 16 से 59 वर्ष की आयु के बीच कोई वयस्क सदस्य नहीं है. जिस परिवार में दिव्यांग सदस्य है और उस परिवार में शारीरिक रूप से सक्षम कोई वयस्क सदस्य नहीं है, वह परिवार भी आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनवा सकता है। इसके अलावा अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति परिवार और मज़ूदरी से आय का बड़ा हिस्सा कमाने वाले भूमिहीन परिवार भी आयुष्मान कार्ड बनवाने के पात्र हैं।
रेवाड़ी में 22 अस्पताल शामिल हैं पैनल में : प्रबंधक
आयुष्मान भारत योजना के जिला प्रबंधक मनीष कुमार ने बताया कि आयुष्मान-चिरायु हरियाणा योजना के तहत जिला रेवाड़ी में 22 अस्पताल पैनल में शामिल हैं, जिनमें 2 सरकारी और 20 निजी अस्पताल हैं, जहां पात्र परिवार आयुष्मान योजना के तहत लाभ उठा सकेंगे।