Haryana: नहीं थम रहा डेंगू का कहर, जाने लक्ष्ण व बचाव के उपाय

Dengue in Haryana : स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक 20 अगस्त तक राज्य में कुल 696 मरीज थे। लेकिन सितंबर में ये आंकड़ा बढ़कर 3115 पहुंच गया है। जिसमें डेंगू के मामले 3 हजार के पार पहुंच गए हैं। हैरानी की बात ये है कि सिर्फ एक माह में ही तीन चौथाई केस सामने आए हैं।

 

हरियाणा में एक फिर डेंगू ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। डेंगूं का डंक तेज होता जा रहा है। हरियाणा के पांच जिलो में हर दिन केस मिल रहे है। इस लेख के माध्यम से डेंगू के लक्ष्ण, बचाव के उपाय के बारे में जागरूक किया जा रहा है।

DENGUE

दादरी में सबसे ज्यादा केस

सबसे ज्यादा केस चरखी दादरी, रेवाड़ी, रोहतक, यमुनानगर, झज्जर व अम्बाला में मिले हैं। दादरी में सबसे ज्यादा 321 मरीज मिले हैं।

Rewari  में डेंगू के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार वीरवार को 67 लोगों के सैंपल लिए गए, जिनमें डेंगू के पांच केस मिले हैं। अब डेंगू पॉजिटिव की संख्या 283 पर पहुंच गई है। वहीं विभाग की ओर से अभी तक कुल 3351 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। अभी तक डेंगू के 09 मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। हालांकि 69 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी भी दी जा चुकी है।

डेंगू से बचाव

सबसे अच्छा तरीका रोकथाम है। नीचे कुछ क्रियाकलाप बताए जा रहे हैं, जिन्हें आप वायरस से खुद को सुरक्षित रखने के लिए अपना सकते हैं

व्यक्तिगत स्वच्छता: जब आप किसी वायरस से संक्रमित होते हैं, तो आप अन्य बीमारियों के प्रति अतिरिक्त संवेदनशील हो जाते हैं। डेटॉल लिक्विड हैंडवॉश का प्रयोग करें, जो कीटाणुओं को दूर रखने का काम करता है। यह तरल साबुन आपको कई बीमारी पैदा करने वाले कीटाणुओं से बचाएगा।

Haryana: अंतिम पंघाल ने फिर रचा इतिहास, भारत को मिला कुश्ती में पहला ऑलंपिक कोटा

ठहरे हुए पानी को कीटाणुरहित करें: एडीज मच्छर साफ और स्थिर पानी में पनपता है। पानी के बर्तन या टंकी को हर समय ढककर रखें और यदि आवश्यक हो तो एक उचित कीटाणुनाशक का उपयोग करें। मच्छरों के लिए एक प्रजनन आधार विकसित करने की संभावनाओं को कम करने के लिए ऐसे किसी भी बर्तन या सामान को उल्टा करके रखें, जिसमें पानी इकट्ठा हो सकता है और सतहों को अच्छी तरह से साफ करें।

त्वचा को खुला न छोड़ें: अपनी त्वचा की सतहों को ढकने और मच्छर के दंश की संभावना को कम करने के लिए लंबी पैंट और पूरी बाजू की शर्ट पहनने की कोशिश करें। डेंगू के मच्छर सुबह या शाम को अत्यधिक सक्रिय होते हैं, इसलिए ऐसे समय में बाहर निकलने से बचने की कोशिश करें।

मच्छर रोधी क्रीम: डाइथाइलटोलुआमाइड (डीईईटी) के कम से कम 10 प्रतिशत कंसंट्रेशन वाला रेपेलेंट प्रभावी रहता है। लंबे समय तक जोखिम हो तो फिर उच्च कंसंट्रेशन वाले रेपलेंट की आवश्यकता होती है। मच्छरों को दूर रखने के लिए आप रोजाना ऐसी क्रीम लगा सकते हैं।

DENGUE

 

 

डेंगू बुखार के लक्षण

त्वचा पर लाल चकत्ते, जो बुखार आने के दो से पांच दिन बाद दिखाई देते हैं
हल्का रक्तस्राव (जैसे नाक से खून बहना, मसूड़ों से खून आना, या आसान चोट लगना)

अचानक तेज बुखार (105 डिग्री)

उल्टी आना
दस्त होना
गंभीर सिरदर्द
आँखों के पीछे दर्द
थकान
जी मिचलाना
गंभीर जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द

डेंगू के कारण

डेंगू चार वायरसों के कारण होता है, जो इस प्रकार हैं – डीईएनवी-1, डीईएनवी-2, डीईएनवी-3 और डीईएनवी-4। जब यह पहले से संक्रमित व्यक्ति को काटता है तो वायरस मच्छर के शरीर में प्रवेश कर जाता है। और बीमारी तब फैलती है जब वह मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है, और वायरस व्यक्ति के रक्तप्रवाह के जरिये फैलता है।Good News: 

एक बार जब कोई व्यक्ति डेंगू बुखार से उबर जाता है, तो वह विशिष्ट वायरस से प्रतिरक्षित होता है, लेकिन अन्य तीन प्रकार के वायरस से नहीं। यदि आप दूसरी, तीसरी या चौथी बार संक्रमित होते हैं तो गंभीर डेंगू बुखार, जिसे डेंगू रक्तस्रावी बुखार के रूप में भी जाना जाता है, के विकसित होने की संभावना बढ़ जाती है।

 

DENGUE 3

डेंगू का उपचार

डेंगू बुखार का कोई विशिष्ट उपचार नहीं है, क्योंकि डेंगू एक वायरस है। यथासमय देखभाल से मदद मिल सकती है, जो कि इस बात पर निर्भर करता है कि बीमारी कितनी गंभीर है। डेंगू बुखार के कुछ बुनियादी उपचार निम्नलिखित हैं :

स्वच्छता : स्वच्छता का अत्यधिक महत्व है, तब तो और भी ज्यादा जब आप स्वस्थ नहीं होते हैं। मरीज यदि नियमित स्नान नहीं कर सकता तो स्पंज से स्नान का विकल्प चुन सकता है। नहाने के लिए उपयोग किए जा रहे पानी में डेटॉल जैसे कीटाणुनाशक तरल की कुछ बूंदें मिलाएं।

Dharuhera: हाउसिंग बोर्ड फीडर कल रहेगा बंद, सात घंटे बिजली रहेगी बाधित

औषधि : टायलेनोल या पैरासिटामोल जैसी दर्द निवारक दवाएं आमतौर पर रोगियों को दी जाती हैं। गंभीर डिहाइड्रेशन के मामले में कभी-कभी आईवी ड्रिप्स प्रदान की जाती हैं।
हाइड्रेटेड रहें : यह महत्वपूर्ण है, क्योंकि हमारे शरीर के अधिकांश तरल पदार्थों का उल्टी और तेज बुखार के दौरान ह्रास हो जाता है। तरल पदार्थों के लगातार सेवन से यह सुनिश्चित हो जाता है कि शरीर आसानी से डिहाइड्रेट नहीं होगा।

 

 

About Harsh Chauhan

मीडिया लाइन में पिछले 4 साल से लगातार काम कर रहा हूँ। वर्तमान में best24news.com डिजिटल बेवसाइट का ओथर हूँ। यहां राजनैतिक, समस्या व प्रेसनोट अपडेट करता हूं।

View all posts by Harsh Chauhan