कूरियर सर्विस की आड़ में फर्जी मार्कशीट बनाने का खेल, तीन साल बाद खुला राज
हरियाणा : यूपी बिहार की तरह आजकल हरियाणा के रेवाड़ी में फर्जी सर्टिफिकेट, मार्कशीट, माइग्रेसन और एडमिट कार्ड बनाने वाले गिरोह सक्रिय है। सबसे अहम बात यह है वे दो या तीन माह बल्कि कई सालों से ये खेल खेला जा रहा था। एक बार फिर खूफिया तंत्र फेल हो गया ।Asia Cup 2023: IND VS SL: 1 Over में Lanka के झटके 4 विकेट, Mohd Siraj ने बदला 90 साल का इतिहास
ये किए काबू
पकड़े गए आरोपियों की पहचान महेन्द्रगढ़ जिले के कस्बा अटेली में पड़ने वाले गांव गणियार निवासी सौरभ व रेवाड़ी के कुतुबपुर मोहल्ला स्थित वार्ड नंबर-31 निवासी पंकज के रूप में हुई।
शिकायत पर हुई कार्रवाई: रेवाड़ी शहर के नारनौल रोड स्थित गौशाला के सामने कुतुबपुर एरिया के अंदर DTDC कूरियर ऑफिस के नाम से एक दुकान पर देशभर के अलग-अलग राज्यों के फर्जी सर्टिफिकेट, मार्कशीट, एडमिट कार्ड और माइग्रेसन बेचे जाते थे। यह कार्यालय करीब तीन साल पुराना है, लेकिन आज तक किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी कि यहा गेम चल रहा है।
दुकान से ये हुआ बरामद
काले धंधे के बारे मे जब पता चला तो टीम दुकान पर पहुची। पुलिस ने दुकान की तलाशी ली तो वहां से बोर्ड ऑफ हायर एजुकेशन तमिलनाडु, स्टेट बोर्ड ऑफ स्कूल एग्जामिनेशन (SEC), बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन तेलांगना, दी वेस्ट बंगाल काउंसिल ऑफ रबिन्द्रा ओपन स्कूलिंग तथा जम्मू एंड कश्मीर स्टेट ओपन स्कूल की 10वीं व 12वीं की 35 फर्जी मार्कशीट, 26 सर्टिफिकेट, 18 माइग्रेसन, 18 एडमिट कार्ड बरामद हुए है।Haryaan: अग्निवीर भर्ती रैली का परिणाम घोषित, यहां देखे रिजल्ट
जानिए कैसे होते थे मार्कशीट तैयार: पकडे गए आरोपियो ने पूछताछ में पता चला कि दोनों आरोपी लैपटॉप और स्कैनर की मदद से फर्जी मार्कशीट तथा सर्टिफिकेट तैयार कर बेचते थे। कूरियर सर्विस के ऑफिस की आड़ में ये पूरा खेल चल रहा था।
पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार कर अलग-अलग स्टेट की 35 फर्जी मार्कशीट, 26 सर्टिफिकेट, 18 माइग्रेसन, 18 एडमिट कार्ड बरामद किए है। दोनों आरोपियों के खिलाफ रामपुरा थाना में धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर रिमांड पर लिया है।