रेवाड़ी: शहीद भगत सिंह यादगार कमेटी धारूहेड़ा ने मणिपुर नस्ली हिंसा के दौरान 4 मई को हिंसा फैलाने वाले अपराधियों द्वारा दो महिलाओं की नग्न परेड़ व बलात्कार करने की घटना की कड़ी निंदा की है।Rewari वाहनो से ECM चोरी करने वाला गिरोह काबू, जानिए कैसे करते थे चोरी
कमेटी के अध्यक्ष सोशल ऐक्टिविस्ट कामरेड़ रमेश चंद्र एडवोकेट व सचिव राकेश सैनी ने कहा कि मणिपुर की यह घटना राष्ट्र के लिए शर्म की बात है व लोकतंत्र पर काला धब्बा है। इस घटना ने मानवता को एक बार फिर शर्मशार कर दिया है।
उन्होंने कहा कि ऐसे हैवानों, अपराधियों को सभ्य समाज में रहने का कोई हक नहीं है। ऐसे अपराधियों के लिए फांसी देने के अलावा और कोई सज़ा नहीं हो सकती। लेकिन उससे भी बड़ी शर्म व लानत की बात यह है कि देश का तथाकथित चौकीदार जिसे हम देवता बना चुके हैं, वो मौन है। उसे विदेशी दौरों व चुनावी सभाओं से ही फुर्सत नहीं है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारे की खुली पोल
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा महज चुनावी जुगाली-भर रह गया है। इनका महिलाओं की इज्ज़त- अस्मत से कोई लेना-देना नहीं है। बृज भूषण सिंह की घटना पर भी आज तक चौकीदार ने मुंह नहीं खोला है। देश की बेटियां खून के आंसू रो रही है।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय व राज्य सरकार इस हिंसा व जघन्य अपराध को रोकने में पूरी तरह विफल रहे हैं। इसलिए माननीय प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को तुरंत नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।
महिला पार्षद मनीषा सैनी व शिक्षिका कविता पंवार ने कहा कि हम घटना से बहुत बेचैन हैं। सरकार को तत्काल कार्यवाही करनी चाहिए। सरकार के लिए शर्म की बात है सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस द्वारा संज्ञान लेने के बाद ही सरकार हौंस में आईं है।हरियाणा के प्ले स्कूलों में लाखों रूपए के RO बने कबाड़
केंद्रीय महिला बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी को लानत है। वो किस बात की मंत्री है जो घटना के 80 दिन बीत जाने के बाद भी आज तक कार्रवाई तो दूर वह उन पीड़ित महिलाओं से मिलने तक भी नहीं गई। यहां तक कि महिला आयोग ने भी कोई कदम नहीं उठाया। सरकार ने पहले ही कदम क्यों नहीं उठाए क्योंकि दंगो में अक्सर महिलाएं ही सबसे पहले शिकार बनती हैं।
न जाने कितनी महिलाएं इन दंगो की शिकार हुई होंगी।ऐसे हालात में हम महिलाएं कैसे सुरक्षित रह सकती है।कल न जाने हवस के भेड़िए किस महिला की आबरू को रौंद डाले।आये दिन ऐसी घटनाओं का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है।यह सब देख सुन कर दिल कांप उठता है।
ये रहे मौजूद: कमेटी के उपाध्यक्ष डी के बंसल, कोषाध्यक्ष प्रेम फौजी, रवि चांगवाल, राजेंद्र सैनी, धीरज सैनी, मास्टर प्रेम प्रकाश, डॉक्टर राजेश कुमार, एडवोकेट नरेंद्र सिंह, जगराम यादव, महाबीर पंवार,संजीव कुमार,संजय तथा विजय सैनी आदि ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए मणिपुर नस्ली हिंसा के दोषियों व बलात्कारियो के खिलाफ तत्काल कार्यवाही की