Haryana: पटौदी फ्लाईओवर का एक हिस्सा गिरा, 7 महीने पहले ही हुआ था उद्घाटन

PATODI OVERBRIDGE

13.86 करोड़ की लागत से बने फ्लाईओवर के मेटिरियल गुणवत्ता की खुली पोल
गुरूग्राम: रेवाडी पटौदी (Pataudi) मार्ग पर गांव पहाडी के पास शनिवार को एक बड़ा हादसा होते- होते टल गया। यहां पर उद्घाटन के 7 महीने बाद ही दिल्ली- जयपुर फ्लाइओवर का एक हिस्सा गिर गया। Spots News: धारूहेडा की पूजा यादव ने फिर लहराया पहचम, नेशनल पेरा ऐथलिट चेंपियनशीप में जीते तीन गोल्ड

इतनी कीमत से बनया था पुल: बता दे कि करीब 13.86 करोड़ रुपए के फ्लाईओवर को 2 साल में बनकर तैयार होना था लेकिन विवादों के चलते इसका निर्माण 4 साल में पूरा हुआ था। उस समय भी लोगो ने शिकायत की थी, लेकिन अधिकारियो न गौर ही नही किया।

 

 

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गनीमत यही रही हादसे से चंद मिनट पहले यहां से दो ट्रक गुजरे थे। वहीं हादसे के बाद फ्लाइओवर पर आने- जाने वाली गाड़ियों को रोक दिया गया है।

पटौदी के बीचोबीच फ्लाईओवर बनने के विरोध में पटौदी बंद करने का ऐलान किया है। मिली जानकारी मुताबिक, पटौदी में कोई भी दुकान फ्लाईओवर की वजह से नहीं खुल गई है।

फ्लाइओवर का हिस्सा गिरने से मलबे इधर-उधर बिखरे हुए हैं। वहीं कहा जा रहा है कि इसकी खबर विभाग से जुड़े अधिकारियों को लगने के बाद वे घटना स्थल पर पहुंच चुके हैं।.
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2015 में फ्लाईओवर का निर्माण कार्य शुरू हुआ
पीडब्ल्यूडी ने पटौदी- रेवाड़ी रोड स्थित गांव पहाड़ी में वर्ष 2015 में फ्लाईओवर का निर्माण कार्य शुरू किया था। निर्माण कार्य के लिए गुरु नानक इंजीनियरिंग सर्विसेज को ठेका दिया गया था।

फ्लाईओवर का निर्माण कार्य शुरू होते ही स्थानीय लोगों ने ठेकेदार पर घटिया सामग्री का प्रयोग करने का आरोप लगाया था. ग्रामीणों की शिकायत पर अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया.

6 सितंबर 2019 को तत्कालीन पीडब्ल्यूडी मंत्री राव नरबीर सिंह ने फ्लाईओवर का उद्घाटन किया था। उद्घाटन के 10 दिन बाद ही फ्लाईओवर में कई जगहों पर गड्ढों की समस्या सामने आ गई थी। लेकिन अधिकारियों ने इसकी मरम्मत कराकर इसे चालू कर दिया।