Best24news, Haryana: हरियाणा में 15 हजार से अधिक ऐसी विधवा महिलाएं है जो विधवा पेंशन तो ले रही है, मंगर दोबरा शादी भी की हुई हैै। सरकार की ओर परिवार पहचान पत्र के डाटा से ऐसा खुलासा हुआ है। अब जल्द ही ऐसे महिलाओ की पेंशन पर गाज गिरने वाली है।
गौरतबल है कि लंबे समय से बंद पडे राशन कार्ड अब दोबारा से बनाए जाएंगे। वर्ष 2021 में सरल पोर्टल के माध्यम से जाने वाली सेवा बंद की हुई थी। केवल डुप्लीकेट राशन कार्ड जारी करना राशन कार्ड स्थानांतरित करना निरस्त करना जैसी सेवाओं को छोड़कर, नए राशन कार्ड बनाने सरकार ने बंद किए हुए थे।
जानिए आखिर क्यो किए थे बदं: राशन कार्ड बंद रकने का मूल कारण नए राशन कार्ड को परिवार पहचान पत्र से जोड़ना है। हरियाणा सरकार फरवरी 2021 से परिवार पहचान पत्र डेटाबेस का पीडीएस डेटाबेस से मिलान होने तक बंद कर दिया गया है मिलान का कार्य लगभग पूरा हो चुका है तथा सरकार इसे शीघ्र ही शुरू कर सकती है।
गिरेजी गाज: परिवार पहचान पत्र के माध्यम से सरकार सभी योजनाओं व सुविधाओं को जोड़कर सही तथ्यात्मक जानकारियां एकत्रित करने पर सक्रिय है। इसका लाभ सरकार को वृद्धावस्था पेंशन व अन्य पैंशन्स में भी मिल रहा है। क्योंकि यह सभी पैंशन्स न्यूनतम आर्थिक आधार पर दी जाती हैं।
वृद्धावस्था पेंशन के अंदर सबसे चौंकने वाला पहलू यह निकल कर आया है कि कई विधवा महिलाएं जिनका पुनर विवाह हो गया वह भी पैंशन्स ले रही हैं।
ऐसी महिलाओं की संख्या 15 हजार के आसपास बताई जा रही हैं। हरियाणा के अंदर महिलाओं जिन्होंने दोबारा शादी की है या ऐसे वृद्ध जिनकी आय निर्धारित आय से ज्यादा है उन्हें भी सरकार ने कुछ समय दिया है कि वह अपनी परिवार पहचान पत्र की जानकारियां को सही करें।
हरियाणा में वृद्धावस्था पेंशन दीवार पहचान पत्र के माध्यम से जुड़ने के बाद अनेक लोगों की टेंशन करने का मुद्दा विधानसभा पटल पर विपक्ष ने भी उठाया है दूसरी तरफ सत्ता पक्ष डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला तथा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी कहा है कि वह इस मामले में कुछ ना कुछ रहा निकालेंगे।