रेवाड़ी: कई सालो भगोडे बदमाशो का पकडने के लिए पुलिस की ओर से अभियान चलाया हुआ है। इसी के चलते गुरुवार को जिला पुलिस और पीओ सैल ने विभिन्न मुकदमों में अदालत द्वारा उद्घोषित किए गए सात अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बताया कि पीओ सैल को सूचना मिली कि 19 सितंबर 2006 में शहर थाना में दर्ज चोरी के मामले में फरार आरोपित गांव भड़ंगी निवासी अनिल वर्तमान में गांव दड़ौली के बस स्टाप पर खड़ा हुआ है। पीओ सैल की टीम ने आरोपित अनिल को दड़ौली बस स्टाप से काबू कर लिया। अदालत में पेश नहीं होने पर अनिल को 18 जुलाई 2009 में उद्घोषित अपराधी करार दिया गया था। पीओ सैल ने आरोपित को शहर थाना पुलिस को सौंप दिया। कोसली थाना पुलिस ने अदालत द्वारा उद्घोषित अपराधी को गिरफ्तार किया है। आरोपित गांव बीकानेर निवासी रविद्र एनआइ एक्ट के मामले में कोसली अदालत द्वारा उद्घोषित अपराधी करार दिया गया था।
इसी क्रम में, बावल थाना में दर्ज मामलो में दो उद्घोषित अपराधियों को सेक्टर-छह थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपित जयपुर के सुजात नगर निवासी मंगलचंद व जिला अलवर के गांव रहमान का बास पालपुर निवासी उमर उर्फ अमरुद्दीन है। कसौला थाना पुलिस ने अदालत द्वारा उद्घोषित गांव असियाकी निवासी बलजीत व जिला अलवर के गांव टेऊवावास निवासी कासम को गिरफ्तार किया है। दूसरी ओर, माडल टाउन थाना पुलिस ने उद्घोषित अपराधी गोकलगढ़ निवासी प्रमोद उर्फ चेतन को गिरफ्तार किया है। प्रमोद वर्ष 2019 में दर्ज हुए फायरिग के मामले में अदालत से गैर हाजिर चल रहा था।