– ई-संजीवनी ओपीडी एप के माध्यम से जुडकऱ 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे चिकित्सक
रेवाड़ी, 19 नवंबर: सुनील चौहान। रेवाड़ी जिला के लोगों के स्वास्थ्य सुधार में प्रशासनिक रूप से सक्रिय भागीदारी निभाई जा रही है। आमजन को स्वास्थ्य सुरक्षा का संदेश देने के लिए डीसी यशेन्द्र सिंह स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ निरंतर आमजन को स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव जुडक़र आमजन को डेंगू, मलेरिया व कोरोना वैक्सिनेशन करवाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। डीसी यशेन्द्र सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य सुरक्षा के मद्देनजर रेवाड़ी जिला में सरकार की ओर से ई-संजीवनी ओपीडी सेवा भी चल रही है। स्वास्थ्य सुरक्षा के तहत शुरू हुई यह ओपीडी सेवा जरूरतमंद लोगों के लिए लाभकारी है।
डीसी यशेन्द्र सिंह ने आमजन को जागरूक करते हुए कहा कि सरकार की ओर से जनसेवा के रूप में बीमारियों को फैलने से रोकने के उद्देश्य से जागरूकता भी बचाव का अहम कदम है। ऐसे में लोगों को डेंगू, मलेरिया रोग से बचाव के साथ ही कोरोना से बचाव के लिए वैक्सिनेशन रूपी सुरक्षा कवच धारण करने के लिए सजग किया जा रहा है। वहीं ई-संजीवनी ओपीडी सेवा भी रेवाड़ी जिला में आरंभ है। इस ओपीडी के माध्यम से मरीज घर बैठे ही मोबाइल एप के माध्यम से संबंधित चिकित्सक से अपने रोग से संबंधित परामर्श ले सकता है। डीसी ने बताया कि ई संजीवनी ओपीडी निर्धारित शेड्यूल अनुसार 24 घंटे लोगों के लिए उपलब्ध है।
यशेन्द्र सिंह ने कहा कि ई-संजीवनी के लिए सुबह, शाम व रात्रि 3 शिफ्ट के रूप में कुशल चिकित्सकों की टीम निर्धारित की गई है। डीसी ने कहा कि इस ओपीडी को शुरू करने का उद्देश्य अस्पतालों में मरीजों की संख्या को कम करना है साथ ही मरीजों को आपात स्थिति में परेशानी न हो इसके लिए भी राहत भरी योजना है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में मरीज तभी आएं जब जरूरी हो अन्यथा ई-संजीवनी की ओपीडी के माध्यम से अपना उपचार कराएं। डीसी यशेन्द्र सिंह ने बताया कि ई-संजीवनी ओपीडी भारत सरकार का प्रमुख टेली मेडिसिन प्लेटफॉर्म है, जिसे भारत सरकार के तत्वावधान में विकसित किया गया है। यह प्लेटफॉर्म किसी भी भारतीय नागरिक को मुफ्त परामर्श प्रदान करता है।
ऐसे उठाएं ई संजीवनी का लाभ
ई-संजीवनी से दो तरह से टेली-मेडिसिन कंसल्टेंसी का लाभ आम लोग उठा सकते हैं। एक कंसल्टेंसी डॉक्टर की दूसरे डॉक्टर के साथ। इसके लिए संजीवनी ऐप को अपने मोबाइल पर इंस्टाल करना होगा। इसके बाद आपको रजिस्ट्रेशन करना होगा। ऐप में तीन ऑप्शन दिखते हैं। पहला मरीज का रजिस्ट्रेशन व टोकन दूसरा मरीज का लॉग इन और तीसरा प्रिक्रिप्शन। इस तरह आप डॉक्टर से जुडक़ऱ टेली परामर्श ले सकते हैं।