रेवाड़ी: बावल निवासी एक व्यक्ति को आनलाइन जूते मंगाना महंगा पड़ गया। न तो आनलाइन आर्डर किए गए जूते आए और न रुपये वापस मिले। मदद के लिए कस्टमर केयर पर बात की तो शातिर ठगों ने उनके खाते से 49 हजार रुपये की राशि निकाल ली। मोबाइल पर मैसेज आने के बाद ठगी का पता लगा और पुलिस को शिकायत दी। बावल थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस को दी शिकायत में बावल के रसियावास रोड निवासी पवन अहलावत ने कहा है कि उनका बावल स्थित यूनियन बैंक आफ इंडिया में खाता है और इसी से एटीएम कार्ड लिया हुआ है। उन्होंने एक वेबसाइट पर आनलाइन जूतों के लिए आर्डर किया था। उनके खाते से जूते के रुपये भी कट गए थे, लेकिन न तो उनके जूते आए और न ही काटी गई राशि वापस जमा हुई। पवन अहलावत ने चार नवंबर को अपने मोबाइल से कंपनी के कस्टमर केयर नंबर पर बात की। कस्टमर केयर पर बात करने वाले ने कहा कि पांच मिनट बाद वापस काल आएगी। कुछ ही देर बार उनके पास काल आई। काल करने वाले ने बताया कि वह कस्टमर केयर से बोल रहा है और जूते के रुपये रिटर्न करने का आश्वासन दिया। कस्टमर केयर अधिकारी ने पवन से मोबाइल में एनीडेस्क एप डाउनलोड करने के लिए कहा। कुछ देर बाद उनके बैंक खाते से 49 हजार 430 रुपये कट गए। मोबाइल पर मैसेज आने के बाद उन्हें रुपये कटने का पता लगा। सभी रुपये फ्री चार्ज एप के जरिए निकाले गए है। पवन ने मामले की शिकायत पुलिस को दी। बावल थाना पुलिस ने पवन की शिकायत पर अज्ञात ठगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।