हरियाणा: बहादुरगढ़ से किडनैप हुए 4 साल के बच्चे को पुलिस ने दिल्ली से बरामद कर लिया है। पुलिस ने अपहरणकर्ता आरोपी विजय को भी काबू कर लिया हैं। आरोपी मूल रूप से दिल्ली के इंद्रपुरी की जेजे कॉलोनी का रहने वाले है और अभी झज्जर के गांव कसार में रह रहा था। बच्चे को सकुशल परिवार को सौंप दिया गया है।
क्या था मामला: मध्यप्रदेश के गुना जिले के रहने वाले संजीव अपने परिवार के साथ बहादुरगढ़ के महावीर पार्क के पास रहते हैं। वह खुद रेवाड़ी में जॉब करते हैं, उनकी पत्नी कल्पना बहादुरगढ़ की एक कंपनी में काम करती हैं। पति-पत्नी के नौकरी करने के कारण उनके 4 साल के बेटे मेहुल की देखभाल संजीव के पिता पन्ना लाल करते हैं।
ऐसे किया बच्चे का अपहरण
बुधवार को भी संजीव और कल्पना दोनों काम पर गए हुए थे। दोपहर आरोपी विजय उनके घर पहुंचा और फिर मेहुल को टॉफी दिलाने के बहाने अपहरण कर ले गया। विजय बच्चे की मां कल्पना की कंपनी में काम करता था। इसलिए दादा पन्ना लाल भी उसे जानते थे। देर तक बच्चा वापस नहीं लौटा तो तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी गई थी।
25 घंटे में आरोपी तक पहुंची पुलिस
पुलिस ने सबसे पहले परिवार से आरोपी का मोबाइल नंबर लिया और उसे ट्रेस किया, जिसकी लोकेशन दिल्ली में मिली। इसके बाद पुलिस ने विजय के ठिकानों पर दबिश दी। गुरुवार 3 बजे पुलिस ने उसके पास पहुंच गई, और बच्चे को सकुशल छुड़ा लिया। पुलिस ने आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है।
नौकरी के चलते बच्चे को किया अगवा
पुलिस की माने तो कल्पना की कंपनी में काम करने वाले विजय को किसी वजह से कुछ दिन पहले कंपनी से निकाल दिया था। विजय कल्पना से वापस कंपनी में नौकरी दिलाने की बात कर रहा था। मंगलवार को भी आरोपी विजय ने कल्पना के मोबाइल पर कॉल कर उसी कंपनी में जॉब दिलाने की बात की थी। लेकिन कल्पना ने साफ कर दिया था कि कंपनी दोबारा काम पर नहीं रखेगी। इसी खुन्नस में उसने वारदात को अंजाम दिया।