Haryana News: 16 दिसंबर की रात दिल्ली जयपुर हाईवे पर बनीपुर चौक के पास टैक्सी चालक संजय को गोली मारकर उसकी गाड़ी और नकदी लूटने के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पीएचडी कर रहे देवांशु ने क्यों हथियार गैंग तैयार की… जानिए क्या था उसका मकसद पूछताछ के बाद खोला राज…Haryana News
डीएसपी सुरेंद्र श्योराण ने प्रेसवार्ता में बताया कि पूछताछ के दौरान चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। आरोपी देवांशु पीएचडी की तैयारी कर रहा था और उसके पिता सूरजभान राजस्थान पुलिस में सिपाही के पद पर कार्यरत रहे थे। वर्ष 1988 में भर्ती हुए सूरजभान की पहचान एक ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मी के रूप में थी। सेवा के दौरान उन्होंने कई बदमाशों और नशा कारोबारियों को जेल भिजवाने में अहम भूमिका निभाई थी। इसी दौरान नशा तस्कर विनोद फैडरिक को जेल भेजने में भी सूरजभान की प्रमुख भूमिका रही थी।Haryana News
इस वारदात में गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी राजस्थान के जिला अजमेर के गांव अखर घूघरा घाटी भेरू मंदिर गली निवासी देवांशु और उत्तर प्रदेश के जिला आजमगढ़ के गांव सुरजीपुर निवासी शुभम वर्मा हैं। पुलिस ने दोनों आरोपियों को पांच दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ की, जिसके दौरान उनके कब्जे से भारी मात्रा में अवैध हथियार और वारदात में इस्तेमाल किए गए अन्य उपकरण बरामद किए गए हैं।Haryana News
यूं बना अपराधी: रेवाड़ी पुलिस के अनुसार वर्ष 1995 में सूरजभान का एक प्लांड एक्सीडेंट हुआ था, जिसमें उनकी मौत हो गई थी। देवांशु और उसके परिजनों को पूरा संदेह था कि इस हादसे के पीछे विनोद फैडरिक का ही हाथ था, जिसने रंजिश के चलते यह साजिश रची। इसी घटना का बदला लेने और विनोद फैडरिक के कथित आपराधिक नेटवर्क को खत्म करने की भावना देवांशु के मन में घर कर गई थी। पढ़ाई के साथ-साथ उसने हथियार और अन्य जरूरी उपकरण जुटाने की योजना बनाई और इसके लिए लोन लेकर तैयारी शुरू कर दी।Haryana News
यूं बनाई गैंग: बता दें कि पढ़ाई के दौरान देवांशु की दोस्ती आजमगढ़ निवासी शुभम वर्मा से हुई, जो यूजीसी नेट की तैयारी कर रहा था। शुभम ने उसे मेरठ निवासी बंटी सिंह से मिलवाया, जो अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त में संलिप्त है। पुलिस ने 19 दिसंबर को मेरठ के भगवतपुरा निवासी बंटी सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया था।Haryana News
















