Haryana News: हरियाणा का यमुनानगर जिला बिजली बिल रिकवरी के मामले में पूरे राज्य में पहले स्थान पर पहुंच गया है। यह उपलब्धि तब आई है जब जिला प्रशासन और बिजली निगम ने उपभोक्ताओं से बकाया वसूली के लिए लगातार अभियान चलाया। बिजली मंत्री द्वारा हाल ही में ली गई समीक्षा बैठक में यमुनानगर को रिकवरी में ‘टॉप परफॉर्मर’ घोषित किया गया।
विभागों पर 15 करोड़ से अधिक की बकाया राशि
हालांकि जिला प्रशासन के कुछ विभाग अभी भी बिजली निगम के करोड़ों रुपये के बकाएदार हैं। बिजली निगम के सुप्रीटेंडेंट इंजीनियर नरेंद्र कुमार ने बताया कि पब्लिक हेल्थ, पंचायत विभाग और नगर निगम पर करीब 15 करोड़ रुपये से अधिक की बकाया राशि है। निगम की ओर से इन सभी विभागों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं और जल्द भुगतान की मांग की गई है।
मरम्मत कार्यों पर जोर, गर्मियों की तैयारी शुरू
इंजीनियर नरेंद्र कुमार ने बताया कि जिले के विभिन्न इलाकों में इस समय बिजली लाइनों और ट्रांसफॉर्मरों की मरम्मत का कार्य चल रहा है। फिलहाल बिजली की सप्लाई सामान्य है, लेकिन मरम्मत के दौरान सुरक्षा के लिहाज से अस्थायी रूप से परमिट लेकर बिजली बंद की जाती है। इसका उद्देश्य यह है कि आने वाले गर्मियों के मौसम में उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति मिल सके।
बिजली व्यवस्था को मजबूत करने पर खर्च हुए करोड़ों
निगम अधिकारी ने बताया कि पिछले एक वर्ष में जिले में बिजली व्यवस्था को बेहतर करने के लिए लगभग 4.30 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। इसमें पुराने तारों को बदलना, ट्रांसफॉर्मर अपग्रेड करना और सिस्टम को आधुनिक बनाना शामिल है। इससे बिजली की ट्रिपिंग और फाल्ट की समस्या में काफी कमी आई है।
यमुनानगर जिले में सौर ऊर्जा के प्रति लोगों में जागरूकता लगातार बढ़ रही है। अब तक लगभग 6000 लोगों ने सोलर पैनल लगाने के लिए आवेदन किया है, जिनमें से करीब 3500 घरों में सोलर प्लांट स्थापित किए जा चुके हैं। लोग न केवल खुद इसका लाभ उठा रहे हैं बल्कि दूसरों को भी पर्यावरण हित में सौर ऊर्जा अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।

















