रेवाड़ी। जिले में एक सप्ताह की राहत के बाद वायु प्रदूषण का स्तर एक बार फिर तेजी से बढ़ गया है। मंगलवार को रेवाड़ी का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 315 दर्ज किया गया, जो रेड जोन में आने वाली “बहुत खराब श्रेणी” में है। पिछले सप्ताह तक हवा की गुणवत्ता में सुधार देखा जा रहा था और एक्यूआई 200 से नीचे बना हुआ था, लेकिन रविवार से हालात बिगड़ने शुरू हो गए मंगलवार सुबह-शाम धूल और धुएं की मोटी परत छाने से दृश्यता भी काफी घट गई।Haryana News
बता दे इस सीजन में अब तक सबसे अधिक एक्यूआई 2 नवंबर को 434 दर्ज किया गया था, जबकि दीपावली पर यह 412 और 31 अक्तूबर को 406 तक पहुंच चुका है। वर्तमान में एनआर में ग्रैप (Graded Response Action Plan) का तीसरा चरण लागू हो गया है। यह तब लागू होता है जब एक्यूआई बहुत ही खराब हो यदि प्रदूषण का स्तर और बढ़ा तो चौथा चरण लागू किया जा सकता है, जिसमें निर्माण कार्य, डीजल वाहनों और औद्योगिक गतिविधियों पर सख्त पाबंदियां लगाई जाती हैं।Haryana News
ग्रैप 3 में क्या क्या रोक लगेगी
- ध्वस्तीकरण, गैर जरूरी निर्माण कार्य और पुराने डीजल वाहनों पर रोक
- सीमेंट, बालू जैसे सामानों की ट्रकों से आवाजाही पर रोक लग जाएगी
- बाहरी और दिल्ली के अंदर की डीजल बसों पर भी रोक लग जाएगी
- क्लास 5 तक के स्कूल बंद कर ऑनलाइन मोड में पढ़ाई की इजाजत
- स्टोन क्रशर और खनन संबंधी गतिविधियों पर रोक लगेगी
- इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर डीजल जनरेटरों पर लग जाएगी रोक
- कंपनियों में वर्क फ्रॉम होम या हाइब्रिड मोड में काम करने की सलाह
- बता दे कि मुख्य सड़कों जैसे सर्कुलर रोड, दिल्ली रोड, धारूहेड़ा और बावल क्षेत्र में प्रदूषण का असर अधिक देखा गया। स्थानीय लोगों को उम्मीद थी कि हालात सुधरेंगे, लेकिन हवा की धीमी गति और नमी के कारण वायु गुणवत्ता फिर गिर गई। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक हवा की गति कमजोर रहने की संभावना जताई है, जिससे प्रदूषण और बढ़ सकता है। प्रशासन ने नगर परिषद व औद्योगिक इकाइयों को सड़कों पर नियमित पानी छिड़काव, सफाई और निर्माण स्थलों पर ढकाव सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं

















