Haryana: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बताया कि हरियाणा की ईवी नीति निवेशकों के लिए आकर्षक प्रोत्साहन प्रदान करती है। इसके अलावा, राज्य में मजबूत आधारभूत संरचना और व्यवसाय करने के लिए अनुकूल माहौल मौजूद है। उन्होंने कहा कि हरियाणा अब निवेश और नवाचार के लिए एक आदर्श स्थल बन चुका है। यहां उद्योगों के लिए उच्च गुणवत्ता वाली सुविधाएं उपलब्ध हैं और सरकार उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि टेस्ला की उपस्थिति से राज्य में औद्योगिक और तकनीकी विकास को और तेजी मिलेगी। इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और हरियाणा की आर्थिक प्रगति को मजबूती मिलेगी
हाल ही में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अमेरिकी बहुराष्ट्रीय ऑटोमोटिव और क्लीन एनर्जी कंपनी टेस्ला को राज्य में एक निर्माण संयंत्र स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है। यह कदम हरियाणा की इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) नीति और पर्यावरणीय विकास को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह का निवेश न केवल कंपनी के कारोबार को बढ़ाएगा बल्कि भारतीय उपभोक्ताओं के लिए टेस्ला इलेक्ट्रिक वाहनों को और अधिक सुलभ और किफायती भी बनाएगा।
टेस्ला इंडिया मोटर्स एंड एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि हाल ही में हरियाणा के मुख्यमंत्री से मिले। उन्होंने मुख्यमंत्री को गुड़गांव में 27 नवंबर को अपने नए ‘इंटीग्रेटेड टेस्ला सेंटर’ के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया। यह केंद्र एक अनुभव केंद्र, डिलीवरी केंद्र, सर्विस सेंटर, ऑफिस स्पेस और सुपरचार्जिंग स्टेशन का संयोजन होगा। टेस्ला प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व इसाबेल फैन ने किया, जो कंपनी की साउथईस्ट एशिया डायरेक्टर हैं। इस बैठक में दोनों पक्षों ने निवेश और सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।
टेस्ला निवेश से पर्यावरण को मिलेगा लाभ
टेस्ला के निर्माण संयंत्र से न केवल आर्थिक बल्कि पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी फायदा होगा। इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देकर हरियाणा प्रदूषण को कम करने की दिशा में कदम उठा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि टेस्ला जैसी अग्रणी कंपनी का निवेश राज्य के पर्यावरणीय लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करेगा। साथ ही यह पहल हरियाणा को स्वच्छ और हरित ऊर्जा के क्षेत्र में एक अग्रणी राज्य बनाएगी।

















