Haryana News: हरियाणा की नायब सिंह सैनी सरकार ने किसानों को राहत देने और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक अहम पहल की है। कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा की अध्यक्षता में चंडीगढ़ में हुई हाई पावर परचेज कमेटी की बैठक में पूसा डी-कम्पोजर वेटेबल पाउडर के 75 हजार पैकेट खरीदने की मंजूरी दी गई है। बैठक में कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। सरकार का उद्देश्य है कि इस पाउडर की मदद से पराली जलाने की समस्या को कम किया जा सके।
किसानों को मिलेगा मुफ्त वितरण
कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने बताया कि खरीदे गए सभी पैकेट किसानों के बीच मुफ्त में वितरित किए जाएंगे। इससे प्रदेश के लगभग 75 हजार एकड़ धान क्षेत्र में फसल अवशेषों का सही तरीके से प्रबंधन किया जा सकेगा। इस कदम से पराली जलाने की घटनाओं में बड़ी कमी आएगी, जिससे न केवल किसानों को लाभ होगा बल्कि पर्यावरण पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा।
मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने में मददगार
कृषि मंत्री ने कहा कि यदि पराली जलाने पर रोक लगती है तो मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार होगा। इससे भूमि की उपजाऊ शक्ति बढ़ेगी और रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता घटेगी। मिट्टी में सुधार से अधिक पैदावार होगी जिससे किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी। साथ ही, हवा में प्रदूषण के स्तर में भी गिरावट आएगी।
डीकम्पोजर पाउडर की खासियत
पूसा डी-कम्पोजर पाउडर पराली, सब्जियों के अवशेष और अन्य कृषि कचरे को कुछ ही दिनों में खाद में बदल देता है। यह मिट्टी में जैविक कार्बन की मात्रा बढ़ाता है और उसे अधिक उपजाऊ बनाता है। साथ ही यह ‘प्लांट प्रोटेक्शन एजेंट’ की तरह कार्य करता है जो मिट्टी में मौजूद फफूंद और कीटों को नियंत्रित करता है। मंत्री ने बताया कि इस तकनीक का फिलहाल प्रदर्शन के तौर पर उपयोग किया जा रहा है और अगले साल इसे पूरे राज्य में लागू किया जाएगा। यह कदम किसानों और पर्यावरण दोनों के लिए वरदान साबित हो सकता है।

















