Alwar : खाट के पाये से सिर फोड किया बडे भाई का कत्ल, जानिए क्या थी ऐसी मजबूरी रिश्तों का करना पडा कत्ल

अलवर: सुनील चौहान। लालच बुरा ही नहीं अंधा भी होता हैं। पिता की मौत के बाद नौकरी पाने के लिए छाेटे भाई ने बड़े भाई को मौत को घाट उतार दिया। वारदात दो जून की रात की है। उस रात घर की छत पर राकेश जाटव का शव संदिग्ध हालत में मिला था। एनईबी थाना पुलिस ने जांच के बाद मामले का खुलासा कर राकेश की हत्या में छाेटे भाई 24 साल के रविप्रकाश जाटव काे गिरफ्तार कर लिया। मृतक राकेश के पिता रामपाल जाटव अलवर पुलिस लाइन में एसआई के पद पर कार्यरत थे। उनकी करीब 8 माह पहले ड्यूटी के दाैरान माैत हाे गई थी।
इसके बाद से दाेनाें भाइयाें राकेश व रविप्रकाश में पिता की मृत्यु के बाद मिलने वाली लाखाें रुपए की राशि और अनुकंपा नियुक्ति काे लेकर विवाद चल रहा था। इसी बात काे लेकर 2 जून की रात करीब 9 बजे छाेटे भाई रविप्रकाश ने शराब के नशे में मकान की छत पर पड़ी टूटी खाट के पाये से बड़े भाई राकेश के सिर पर ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी। ये लाेग मूलरूप से भरतपुर जिले के डीग थाना इलाके गांव श्योरावली के रहने वाले हैं। अभी दाेनाें भाई अलवर में 60 फुट राेड स्थित राम नगर काॅलाेनी में रहते थे।

रामपाल के 3 बेटे थे। मंझला बेटा राेहताश रेलवे में गेटमैन है। वह अभी चित्ताैड़गढ़ में नाैकरी करता है। दाेनाें भाइयाें के झगड़े के कारण वह घटना से 15 दिन पहले ही अलवर से अपनी मां और बहन काे चित्ताैड़गढ़ ले गया था। थानाधिकारी रविंद्र कविया ने बताया कि दिवंगत थानेदार रामपाल के मंझले बेटे ने 4 जून काे रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 2 जून काे पड़ाेसी ने मां को फोन कर बताया कि तुम्हारे बेटे राकेश की हालत गंभीर है। तुरंत घर पर पुलिस भिजवाओ।
इस पर अलवर में पुलिस को सूचना दी और हम चित्ताैड़गढ़ से अलवर के लिए रवाना हाे गए। अलवर में राकेश मृत मिला। 3 जून काे राकेश के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद गांव ले जाकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया। रिपोर्ट में लिखा कि राकेश की हत्या और आराेपी का पता नहीं है लेकिन शक है कि उसकी हत्या छोटे भाई रवि प्रकाश ने की है।

नशे में टूटी खाट के पाये से सिर फोड़ा:
पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर माैका निरीक्षण कर साक्ष्य जुटाए। आसपास के लाेगाें से पूछताछ की। जांच में सामने आया कि दाेनाें भाई राकेश व रविप्रकाश एकसाथ शराब पीते थे। पुलिस ने रविप्रकाश काे हिरासत में लेकर पूछताछ की। पता चला कि थानेदार पिता रामपाल की माैत के बाद छाेटे बेटे रविप्रकाश ने अनुकम्पा नियुक्ति के लिए आवेदन किया हुआ था।
इस पर बड़े भाई राकेश को आपत्ति थी। इस बात पर दोनों भाई शराब के नशे में लड़ते थे। पूछताछ में रवि प्रकाश ने बताया कि 2 जून काे दिन में उसकी व बड़े भाई राकेश की कहासुनी हुई थी। उसी दिन रात राकेश मकान की छत पर सो रहा था, तब वह शराब के नशे में छत पर गया और खाट के पाये से उसके सिर पर ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी।