E-Detection Challan: गर्मियों की छुट्टियों में लाखों पर्यटक हिमाचल की वादियों का रुख करते हैं, लेकिन इस बार गाड़ी के दस्तावेजों में जरा सी चूक आपकी जेब पर भारी पड़ सकती है. अगर आपके वाहन का पासिंग, फिटनेस, इंश्योरेंस या टोकन टैक्स समाप्त हो चुका है, तो अब आपको हिमाचल की सड़कों पर चलने की इजाज़त बिना चालान के नहीं मिलेगी. प्रदेश में 1 मई 2025 से नया ई-डिटेक्शन सिस्टम लागू कर दिया गया है. जिसके तहत टोल प्लाजा पर खुद-ब-खुद चालान कटेगा और मैसेज सीधे आपके मोबाइल पर पहुंचेगा.
ई-डिटेक्शन सिस्टम से होगी ऑटोमैटिक पहचान
हिमाचल प्रदेश परिवहन विभाग ने एक बड़ा डिजिटल कदम उठाया है. अब न तो चेकिंग के लिए पुलिसकर्मी वाहन रोकेगा, न ही रिश्वतखोरी की गुंजाइश बचेगी. ई-डिटेक्शन सिस्टम में हाई-रिज़ॉल्यूशन कैमरे और एडवांस सॉफ्टवेयर लगाए गए हैं जो गाड़ियों की नंबर प्लेट को स्कैन करके उसका डेटा जांचते हैं. यदि किसी वाहन का कोई भी वैध दस्तावेज समाप्त हुआ पाया गया, तो ई-चालान स्वतः जनरेट होकर गाड़ी मालिक के मोबाइल पर भेज दिया जाएगा.
टोल पार करते ही मिल जाएगा चालान का SMS
ई-डिटेक्शन प्रणाली टोल प्लाजा पर फास्टैग से मिले डेटा के आधार पर वाहनों की स्थिति जांचती है. यदि दस्तावेज़ अपूर्ण हैं, तो रियल-टाइम में चालान बनकर आरटीओ डेटाबेस में अपडेट हो जाता है. इससे गाड़ियों को रोकने की आवश्यकता नहीं रहती और वाहन चालकों को ऑन-द-स्पॉट चालान की जानकारी मिल जाती है. E-Detection Challan
“यह सिस्टम अवैध वसूली को रोकने और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए लागू किया गया है.”
— डीसी नेगी, निदेशक, हिमाचल परिवहन विभाग
अब रिश्वत या रोकटोक की कोई जरूरत नहीं
सरकार को लंबे समय से यह शिकायतें मिल रही थीं कि टोल प्लाजाओं पर नाकाबंदी के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है. इसे रोकने के लिए ही एनएचएआई के टोल प्लाजाओं पर ई-डिटेक्शन तकनीक को अनिवार्य कर दिया गया. अब कोई भी वाहन बिना वैध दस्तावेज के हिमाचल की सीमा में दाखिल होता है, तो उसे रोके बिना ही चालान कट जाएगा.
हिमाचल के पर्यटन स्थलों पर उमड़ती है भारी भीड़
हिमाचल की वादियां हर साल करोड़ों पर्यटकों को आकर्षित करती हैं. यहां की हिमाच्छादित पहाड़ियां, हरियाली और ठंडी हवाएं लोगों को शांति का अनुभव कराती हैं. आंकड़ों के अनुसार: E-Detection Challan
2019: 1.72 करोड़ पर्यटक
2020: 31.70 लाख
2021: 56.32 लाख
2022: 1.50 करोड़
2023: 1.59 करोड़
2024: 1.80 करोड़ पर्यटक
अब इन सभी सैलानियों को वाहन दस्तावेजों की वैधता बनाए रखना जरूरी होगा. विशेषकर गर्मियों में जब टूरिस्ट ट्रैफिक बढ़ता है. यह सिस्टम डिजिटल ट्रैकिंग और कानून के पालन में बड़ी भूमिका निभाएगा.
वाहन मालिकों के लिए अलर्ट
अगर आप भी गर्मियों की छुट्टियों में हिमाचल घूमने जा रहे हैं, तो ध्यान रखें कि आपके वाहन के ये दस्तावेज अप-टू-डेट और वैध हों:
वाहन पासिंग (Registration Validity)
इंश्योरेंस
फिटनेस सर्टिफिकेट
टोकन टैक्स / एसआरटी भुगतान
किसी एक दस्तावेज में भी कमी मिलने पर अब कोई रियायत नहीं मिलेगी. क्योंकि ई-डिटेक्शन सिस्टम किसी को नहीं छोड़ता.

















