अगर आप बुढ़ापे की पेंशन को लेकर परेशान हैं तो सिर्फ 7 रुपये रोजाना निवेश करके इस टेंशन से मुक्ति पा सकते हैं। इस सरकारी योजना के तहत हर महीने 5000 रुपये की न्यूनतम गारंटीड पेंशन मिलती है। अटल पेंशन योजना के तहत पिछले वित्त वर्ष में 1.17 करोड़ नए अंशधारक जुड़े, जिससे कुल संख्या 7.60 लाख करोड़ को पार कर गई है। इसकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है।
अटल पेंशन योजना-
वित्त वर्ष 2024-25 में 1.17 करोड़ अंशधारक अटल पेंशन योजना से जुड़े। इसके साथ ही योजना से जुड़े अंशधारकों की संख्या 7.60 करोड़ पर पहुंच गई है। वहीं, योजना के तहत प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियां 44,780 करोड़ रुपये से अधिक हो गई हैं। इस पर अब तक औसत सालाना रिटर्न 9.11 फीसदी रहा है। खास बात यह है कि PFRDA के मुताबिक 2024-25 में जुड़ने वाले नए सब्सक्राइबर्स में 55 फीसदी महिलाएं थीं।
अटल पेंशन योजना में क्या है खास-
मुख्य रूप से असंगठित क्षेत्र के लिए शुरू की गई APY (अटल पेंशन योजना) में सब्सक्राइबर को 60 साल की उम्र से उसके योगदान के आधार पर 1,000 रुपये से 5,000 रुपये प्रति महीने की गारंटीड पेंशन मिलती है। सब्सक्राइबर की मृत्यु के बाद यह पेंशन उसके जीवनसाथी को दी जाती है। जीवनसाथी की मृत्यु के बाद जमा की गई पेंशन राशि 60 साल की उम्र तक नॉमिनी को वापस कर दी जाती है।
कौन ले सकता है अटल पेंशन योजना-
इस योजना के तहत आवेदन करके भारत का कोई भी नागरिक योजना का लाभ उठा सकता है। यह योजना आपकी सेवानिवृत्ति के बाद एक नियमित आय की गारंटी देती है। 18 साल से 40 साल की उम्र के बीच का कोई भी नागरिक इस योजना का लाभ उठा सकता है। इस योजना में योजनाकर्ता को 6 साल की उम्र के बाद एक निश्चित पेंशन मिलनी शुरू हो जाती है।
पेंशन कैलकुलेशन-
आपकी पेंशन अटल पेंशन योजना में निवेश की गई राशि और निवेश के समय के हिसाब से तय होती है। यानी आपको कितनी पेंशन मिलेगी यह आपकी उम्र पर निर्भर करता है। इसमें आपको न्यूनतम 1000 रुपये, 2000 रुपये, 3000 रुपये, 4000 रुपये और अधिकतम 5000 रुपये पेंशन मिलेगी। अगर आपकी उम्र 18 साल है और आप इस योजना में हर महीने सिर्फ 210 रुपये निवेश करते हैं तो 60 की उम्र के बाद आपको हर महीने 5000 रुपये पेंशन मिलेगी। वहीं, 80सी के तहत प्रीमियम पर टैक्स छूट भी मिलती है।

















