सरस डेयरी : चीज प्लांट पर खर्च होंगे बीस करोड, दो साल मेें पूरा होगा प्लाट का कार्य

रेफ्रिजरेटिड ट्रकों से भेजा जाएगा दूध और मक्खन
अजमेर: सरस डेयरी प्लांट में अगले दो वर्षों में बीस करोड़ रुपये की लागत से चीज प्लांट की स्थापना की जाएगी, इतना ही नहीं इसी प्लाटं में दस करोड़ की लागत से जर्मनी से आयातित चिपलेट मशीन, दस करोड़ रुपये की लागत से सोलर प्लांट की व करीब चार करोड़ की लागत से एलपीजी के स्थान पर नेचुरल गैस पद्धति को भी लागू किया जाएगा।
ये जानकारी अजमेर डेयरी के छठी बार निर्वाचित अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी ने कहा है कि अजमेर की स्मार्ट-ग्रीन सरस डेयरी की पहचान पूरे देश में गूंजे इसके लिए अधूरे कार्यों को आगामी दो वर्ष में पूरा कराया जाएगा। चौधरी ने डेयरी सभागार में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि अजमेर जिले के समस्त उपभोक्ताओं के घर घर ‘सरस आपके द्वार’ कार्यक्रम चलाया जाएगा। अजमेर डेयरी को पूरी ईमानदारी, पारदर्शिता एवं कठोर परिश्रम के जरिए प्रदेश व देश में ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए अथक प्रयास जारी रहेंगे। करीब 350 करोड़ रुपये के लागत वाले नवीन प्लांट के बाद अजमेर डेयरी करीब 42 उत्पादों का निर्माण कर रही है।

रेफ्रिजरेटिड ट्रकों से भेजा जाएगा दूध और मक्खन

चौधरी ने कहा कि अगले दो वर्षों में डेयरी में बीस करोड़ रुपये की लागत वाले चीज प्लांट की स्थापना, दस करोड़ की लागत से जर्मनी से आयातित चिपलेट मशीन की स्थापना, दस करोड़ रुपये की लागत से सोलर प्लांट की स्थापना, चार करोड़ की लागत से एलपीजी के स्थान पर नेचुरल गैस पद्धति लागू करना, पशुपालकों को देश विदेश की पशुपालन की नई तकनीक अवगत करवाने के लिए विशेषज्ञों के सानिध्य में प्रशिक्षण शिविर का आयोजन करना, नए प्लांट में निर्मित उत्पादों को रेफ्रिजरेटिड ट्रकों के जरिए बूथों पर माल उपलब्ध करवाने जैसी योजनायें पूरी की जायेंगी।

अजमेर डेयरी में 13 देशों की तकनीक का समावेश

जिले के दुग्ध उत्पादकों को राष्ट्रीयकृत बैंकों के जरिए अजमेर डेयरी एवं संबंधित दुग्ध समिति की गारंटी पर पशु ऋण दिलवाये जायेंगे ताकि दुग्ध उत्पादन में अजमेर जिला डेनमार्क के समकक्ष बन सकें। उन्होंने कहा कि जिस तरह अजमेर स्मार्ट शहर बनने जा रहा है, उसी तरह अजमेर डेयरी को 13 देशों की तकनीक का समावेश करते हुए स्मार्ट डेयरी बना दिया है जिसे एशिया में प्रथम कहा जा सकता है।