हिमाचल की मानव भारती विश्वविद्यालय में जारी कर दी फर्जी डिग्रियां, सीआईडी ने किया खुलासा

 

जब्त हो चुकी हैं 194 करोड़ रुपये की संपत्तियां:
ट्रस्टी राज कुमार राणा की पत्नी की डिग्रियां भी मिली फर्जी
बेटे व बेटी डिग्री जांच में जुटी पुलिस, हो सकता है बडा खुलासा

हिमाचल: हिमाचल प्रदेश की पुलिस और सीआईडी ने एक बड़ा खुलासा करते हुए दावा किया है कि सोलन स्थित मानव भारती विश्वविद्यालय (एमबीयू) ने सिर्फ विद्यार्थियों को ही फर्जी डिग्री नहीं बेची हैं बल्कि उसने विश्वविद्यालय चलाने वाले ट्रस्टी राजकुमार राणा की पत्नी को भी फर्जी डिग्री प्रदान करके उसे हर माह कई लाख रुपए तनख्वाह भी दिलाना शुरू कर दिया।

आपको ज्ञात ही है कि हिमाचल प्रदेश की पुलिस और सीआईडी के साथ ही पुलिस की संयुक्त विशेष जांच टीम (एसआईटी) लाखों फर्जी डिग्री बेचकर अरबों के घोटाले की जांच में जुटी हुई है। जांच—पड़ताल में बड़ा खुलासा हुआ है कि विश्वविद्यालय का संचालन करने वाले मानव भारती ट्रस्ट के ट्रस्टी राज कुमार राणा की पत्नी की डिग्रियां भी फर्जी हैं। इन फर्जी डिग्रियों के बल पर राणा की पत्नी को कागजों पर विश्वविद्यालय में ही फैकल्टी बना दिया गया और उसे लाखों रुपये की तनख्वाह भी दी जाने लगी।

अब बेटे और बेटी की भी डिग्रियों की पड़ताल:
फर्जी निकली ये डिग्रियां भी एमबीयू की हैं। इन डिग्रियों की मदद से अब तक करोड़ों रुपये राणा ने विश्वविद्यालय से ही कागजों में ले लिए। पत्नी की डिग्रियां फर्जी निकलने के बाद जांच टीम अब बेटे और बेटी की भी डिग्रियों की पड़ताल कर रही है। सीआईडी और पुलिस ने अब तक की जांच के आधार पर राणा की पत्नी व दोनों बच्चों के खिलाफ कोर्ट से गैर जमानती वारंट हासिल कर उनके पासपोर्ट भी जब्त करा दिए हैं।

जब्त हो चुकी हैं 194 करोड़ रुपये की संपत्तियां:
पासपोर्ट जब्त होने के बाद अब तीनों के पास भारत वापस आने के अलावा कोई और रास्ता नहीं रह गया है। उधर, जांच अधिकारी भी विदेश मंत्रालय की मदद से ऑस्ट्रेलिया में रह रहे राणा के परिवार के सदस्यों के भारत प्रत्यर्पण को लेकर कोशिशें कर रहे हैं। परिवार के भारत लौटने के बाद धन शोधन के एंगल से पत्नी और बच्चों के नाम खरीदी गई संपत्तियों की जांच की जाएगी और काले धन से खरीदी गई संपत्तियां जब्त की जाएगी। फिलहाल, राणा के नाम पर दर्ज करीब 194 करोड़ रुपये की संपत्तियों को सीआईडी पहले ही ईडी से जब्त करवा चुकी है।