हरियाणा: हरियाणा में किसान आंदोलन की चिंगारी एक बार फिर सुगलने लगी है।
किसानों ने फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी को कानूनी जामा पहनवाने के लिए रविवार को हरियाणा में भी महापंचायत का आयोजन किया गया।
‘फसल हमारी, भाव तुम्हारा नहीं चलेगा’
वीएम सिंह ने हर घर एमएसपी, गांव-गांव एमएसपी का नारा देते हुए दिल्ली के पंजाब खोड़ से एमएसपी आंदोलन की शुरुआत की है। वीएम सिंह ने ‘फसल हमारी, भाव तुम्हारा नहीं चलेगा’ का नारा देते हुए बहादुरगढ़ में जुटे किसान संगठनों से एकजुट होकर आंदोलन चलाने को भी कहा है।
किसानों पर मुकदमे अभी भी लंबित
केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा के साथ एमएसपी पर एक कमेटी बनाने का ऐलान किया था। पराली एक्ट और बिजली बिल वापस लेने को भी कहा था। इतना ही नहीं किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मुकदमें भी वापस लेने को कहा लेकिन हजारों किसानों पर मुकदमे अभी भी लंबित हैं।
एमएसपी पर बनी कमेटी में सरकार और उनके के शुभचिंतकों को ही जगह दी गई है इसलिए एक बार फिर आंदोलन की जरूरत पैदा हो गई है।
इतने किसानों ने गवाई थी जान
किसानों ने दिल्ली बॉर्डर पर सरकार को घेरा था। इस दौरान करीब सात सो से अधिक किसानों ने जान गवाई थी। इसके चलते खेडा बोडर हरियाणा, दिल्ली बोर्डर के साथ छह जगह विशाल प्रदर्शन के चलते सरकार झुक गई थी। सरकार के आश्वासन के बाद किसान घर लौट गए थे।
बेरिकट होता तो बच जाती जान! फ्लाईओवर से नीचे गिरी बाइक-कार, दर्दनाक मौतएक बार फिर किसान एकजूट होने लगे है। अब संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में क्या फैसला होता है, इस पर सभी किसान, किसान नेता और सरकार की नजर है। जल्द ही संयुक्त किसान मोर्चा की तमाम मांगों को लेकर बैठक होनी है।