Haryana news: गुरुग्राम में जल्द मिलेगा ट्रैफिक से राहत! जानें क्या है पूरा प्लान

उद्देश्य ट्रैफिक जाम को कम करना और गुरुग्राम के लोगों को सुरक्षित और तेज यात्रा मुहैया कराना है। गोलचक्कर हटाने से न केवल यातायात की गति में सुधार होगा, बल्कि इसके साथ-साथ ट्रैफिक सिग्नल के माध्यम से यातायात व्यवस्था को नियंत्रित किया जा सकेगा
Haryana news: गुरुग्राम में जल्द मिलेगा ट्रैफिक से राहत! जानें क्या है पूरा प्लान

Haryana news: गुरुग्राम में यातायात समस्याओं से लोगों को राहत देने के लिए एक बड़ी योजना तैयार की गई है। इस योजना के तहत दो प्रमुख गोलचक्कर को हटाने की योजना बनाई गई है। गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (GMDA) ने इस पर काम शुरू कर दिया है। गोलचक्कर हटाने के साथ-साथ, इन चौराहों पर ट्रैफिक की व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कई अन्य उपाय भी किए गए हैं। यह कदम शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के उद्देश्य से उठाया गया है।

कौन से दो गोलचक्कर हैं जिनसे सबसे ज्यादा ट्रैफिक जाम होता है?

गुरुग्राम में दो ऐसे गोलचक्कर हैं, जहां सबसे ज्यादा ट्रैफिक जाम होता है। पहला गोलचक्कर गोल्फ कोर्स रोड पर है, जबकि दूसरा गोलचक्कर द्वारका एक्सप्रेसवे से जुड़ी मुख्य सड़क पर स्थित है। इन चौराहों पर ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए कुछ विशेष इंतजाम किए गए हैं। इनमें से एक चौराहे पर ऑटोमेटिक ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए हैं, जबकि दूसरे चौराहे पर अस्थायी रूप से ट्रैफिक सिग्नल लगाए जाएंगे। इन गोलचक्करों के आसपास के सेक्टर 53, 54, 55 और 56 में वाहन काफी ज्यादा संख्या में आते हैं, जिस कारण ट्रैफिक जाम की समस्या होती है।

गोल्फ कोर्स रोड, दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे से शंकर चौक तक जुड़ी हुई है, और दूसरी ओर गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड से भी जुड़ी हुई है। इस रोड से बहुत से लोग गुरुग्राम से दिल्ली जाते हैं, जिससे इस गोलचक्कर पर हमेशा भीड़ रहती है।

GURUGRAM

दादी सती चौक पर फ्लाईओवर का निर्माण

इसके अलावा, गुरुग्राम में इएमटी मानेसर से द्वारका एक्सप्रेसवे की तरफ जाने वाली 6 किलोमीटर लंबी सड़क में दादी सती चौक स्थित है। इस चौक के पास सेक्टर 84, 85, 88 और 89 हैं, जिससे यहां ट्रैफिक जाम की समस्या काफी बढ़ जाती है। दादी सती चौक, दिल्ली-जयपुर हाईवे और गुरुग्राम-पतौदी हाईवे को जोड़ने वाले रामपुरा रोड के बीच स्थित है।

यहां ट्रैफिक की स्थिति को सुधारने के लिए GMDA ने दादी सती चौक पर फ्लाईओवर बनाने का प्रस्ताव दिया है। इस फ्लाईओवर पर लगभग 50 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। GMDA इस परियोजना के लिए Detailed Project Report (DPR) तैयार कर रहा है।

GMDA का दावा – गोलचक्कर हटाने से मिलेगा राहत

GMDA के चीफ इंजीनियर अरुण ढांकर ने इस प्रस्ताव को लेकर कहा कि गोलचक्कर हटाने से ट्रैफिक जाम की समस्या में काफी कमी आएगी। उनका कहना है कि इन गोलचक्करों को हटाने से लोग जल्दी अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे और यातायात व्यवस्था भी और बेहतर हो जाएगी।

गोलचक्कर के हटने से कैसे होगा फायदा?

गोलचक्कर हटाने से ट्रैफिक के प्रवाह में तेजी आएगी और जाम की समस्या कम होगी। इसके अलावा, नए सिग्नल प्रणाली के लागू होने से यातायात को अधिक नियंत्रित किया जा सकेगा, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना भी घटेगी। जिन चौराहों पर गोलचक्कर हटाए जाएंगे, वहां ट्रैफिक सिग्नल के जरिए वाहन चालकों को रुकने और आगे बढ़ने की स्पष्ट जानकारी मिलेगी।

इसके अलावा, दादी सती चौक पर फ्लाईओवर के निर्माण से इस चौराहे पर भी यातायात की गति तेज होगी, क्योंकि फ्लाईओवर बनने के बाद वाहनों को रुकने की जरूरत नहीं होगी और ट्रैफिक सिग्नल की जटिलता समाप्त हो जाएगी।

सार्वजनिक परिवहन के साथ की जाएगी समन्वय

GMDA द्वारा यह भी योजना बनाई गई है कि नए बदलावों के बाद सार्वजनिक परिवहन को भी इस योजना में शामिल किया जाएगा। इससे लोगों को सार्वजनिक परिवहन के माध्यम से भी सुविधाजनक यात्रा का अनुभव मिलेगा। इसके अलावा, जाम की समस्या को कम करने के लिए जाम प्रभावित क्षेत्रों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रचार-प्रसार किया जाएगा।

नए ट्रैफिक सुधारों का उद्देश्य

इस पहल का मुख्य उद्देश्य ट्रैफिक जाम को कम करना और गुरुग्राम के लोगों को सुरक्षित और तेज यात्रा मुहैया कराना है। गोलचक्कर हटाने से न केवल यातायात की गति में सुधार होगा, बल्कि इसके साथ-साथ ट्रैफिक सिग्नल के माध्यम से यातायात व्यवस्था को नियंत्रित किया जा सकेगा। इस प्रकार के सुधारों से लोग अधिक सुविधा महसूस करेंगे और यातायात संबंधी समस्याओं से निजात पा सकेंगे।

गुरुग्राम में हो रहे इन सुधारों से यह स्पष्ट है कि शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए GMDA द्वारा कई कदम उठाए जा रहे हैं। इन योजनाओं के सफल होने के बाद, न केवल गुरुग्राम, बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी ट्रैफिक जाम की समस्या में कमी आएगी। वहीं, यह पहल शहर के विकास और लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में सहायक सिद्ध होगी।