Haryana Land Registry: हरियाणा में लाल डोरा योजना के तहत एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है, जिससे गांवों में बसे लोगों को उनके जमीन और संपत्ति पर स्वामित्व अधिकार मिलेगा। इस योजना की शुरुआत हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा की गई थी, और अब फरीदाबाद नगर निगम ने इस योजना को लागू करने की तैयारी शुरू कर दी है। योजना के तहत अब गांवों में बसे लोगों को उनकी जमीन पर स्वामित्व प्रमाणपत्र मिलेगा, जिससे उन्हें भूमि पर कानूनी अधिकार प्राप्त होगा।
फरीदाबाद नगर निगम ने शुरू की योजना
फरीदाबाद नगर निगम ने गांव-गांव जाकर लोगों के घरों की सर्वेक्षण प्रक्रिया शुरू कर दी है। निगम की टीम प्रत्येक गांव में जाकर उन लोगों का सर्वे कर रही है जो लाल डोरा भूमि पर बसे हुए हैं। इन लोगों को उनकी संपत्ति पर स्वामित्व अधिकार मिलने के बाद, वे इसे कानूनी रूप से अपने नाम पर रजिस्टर्ड करवा सकते हैं। निगम के अधिकारियों के अनुसार, इस योजना के तहत लोगों को केवल 1 रुपये का भुगतान करना होगा, जिसके बाद उन्हें स्वामित्व प्रमाणपत्र दिया जाएगा।
स्वामित्व प्रमाणपत्र पाने की प्रक्रिया
स्वामित्व प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए गांव के नंबरदार की रिपोर्ट की जरूरत होगी, जिसके बाद निगम द्वारा संबंधित व्यक्ति को स्वामित्व प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा। इसके बाद, उनकी संपत्ति का रजिस्ट्रेशन कलेक्टर रेट पर होगा, यानी रजिस्ट्री में कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा। यह योजना उन लोगों के लिए फायदेमंद होगी जो लंबे समय से लाल डोरा में रह रहे हैं, लेकिन उनके पास संपत्ति के स्वामित्व का कोई आधिकारिक दस्तावेज नहीं था।
स्वामित्व अधिकार से लाभ
स्वामित्व अधिकार मिलने के बाद, अब गांववाले अपनी संपत्ति को आसानी से बेच और खरीद सकेंगे। इसके अलावा, बैंक से लोन लेने में भी आसानी होगी, क्योंकि अब उनके पास संपत्ति के स्वामित्व के प्रमाण होंगे। इससे न केवल संपत्ति के लेन-देन में सरलता आएगी, बल्कि गांववालों को अपने संपत्ति का कानूनी अधिकार भी मिलेगा। हालांकि, कुछ स्थानों पर ग्रामीणों ने इस सर्वेक्षण प्रक्रिया को लेकर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि स्वामित्व प्रमाणपत्र मिलने के बाद उन्हें घर का टैक्स भी भरना पड़ेगा।
घर के टैक्स से जुड़ी जानकारी
नगर निगम के अधिकारियों ने इस बारे में स्पष्ट किया है कि खाली प्लॉट पर 99.99 यार्ड तक का घर टैक्स नहीं लगेगा। हालांकि, यदि घर का क्षेत्रफल बढ़ जाता है तो टैक्स लागू होगा। उदाहरण के लिए, यदि किसी व्यक्ति का घर 100 यार्ड में बना है, तो उसे सालाना 100 रुपये का घर टैक्स देना होगा। वहीं, अगर जमीन का क्षेत्रफल 150 यार्ड है तो उसे 150 रुपये का घर टैक्स देना पड़ेगा। टैक्स का निर्धारण घर के क्षेत्रफल के आधार पर किया जाएगा।
नगर निगम की योजना और जागरूकता अभियान
नगर निगम की टीम अब गांव-गांव जाकर लोगों को इस योजना के बारे में जागरूक कर रही है। अधिकारी कहते हैं कि इस अभियान के जरिए उन्हें अपने घरों के स्वामित्व अधिकार के बारे में जानकारी मिलेगी, और वे सामने आकर स्वामित्व प्रमाणपत्र प्राप्त करेंगे। इसके अलावा, अधिकारियों ने यह भी बताया कि योजना के तहत स्वामित्व प्रमाणपत्र देने का काम मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा।
सर्वेक्षण प्रक्रिया की चुनौतियां और ग्रामीणों की प्रतिक्रियाएं
हालांकि योजना की सफलता के बावजूद, कुछ ग्रामीणों ने सर्वेक्षण प्रक्रिया के प्रति नकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि जब उन्हें स्वामित्व प्रमाणपत्र मिलेंगे, तो उन्हें घर का टैक्स भी भरना पड़ेगा, जो पहले उनके लिए कोई चिंता का विषय नहीं था। हालांकि, नगर निगम अधिकारियों ने इस संबंध में आश्वासन दिया है कि खाली प्लॉट पर कोई टैक्स नहीं लगेगा और केवल आवासीय क्षेत्रों में ही टैक्स लागू होगा।
फरीदाबाद नगर निगम द्वारा शुरू की गई यह योजना लाल डोरा में बसे लोगों के लिए एक बड़ा कदम है, क्योंकि इससे उन्हें कानूनी अधिकार मिलेगा और संपत्ति के लेन-देन में भी आसानी होगी। स्वामित्व प्रमाणपत्र से न केवल उनका जीवन आसान होगा, बल्कि वे अपनी संपत्ति को खरीदने, बेचने और अन्य वित्तीय गतिविधियों में भी बेहतर स्थिति में होंगे।
यह योजना न केवल सरकारी दस्तावेजों के अभाव में मुश्किलें झेल रहे लोगों के लिए राहत प्रदान करेगी, बल्कि स्वामित्व के अधिकार से वे अपनी संपत्ति को सुरक्षित महसूस करेंगे और कानूनी संरक्षण प्राप्त कर सकेंगे।