Haryana: खुशखबरी! रेरा ने सुनाया बडा फैसला

धारूहेड़ा  की विपुल गार्डन आरडब्लूए को एक बडी जीत मिली है। करीब छह साल तक चले केस व 40 सुनवाई के पास आखिरकार बिल्डर को मेंटीनेस फंड लोटाना पडा है।
यहां की विपुल गार्डन आरडब्लूए को एक बडी जीत मिली है। करीब छह साल तक चले केस व 40 सुनवाई के पास आखिरकार बिल्डर को मेंटीनेस फंड लोटाना पडा
यहां की विपुल गार्डन आरडब्लूए को एक बडी जीत मिली है। करीब छह साल तक चले केस व 40 सुनवाई के पास आखिरकार बिल्डर को मेंटीनेस फंड लोटाना पडा

विपुल गार्डन आरडब्लूए की की हुई जीत, 5 साल संघर्ष के बाद बिल्डर को लोटाना पडा मेंटिनेस फंड
Haryana: धारूहेड़ा  की ] को एक बडी जीत मिली है। करीब छह साल तक चले केस व 40 सुनवाई के पास आखिरकार बिल्डर को मेंटीनेस फंड लोटाना पडा है।
रेरा की ओर से आरडब्लूए के खात में 1 करोड 90 लाख रूपए ट्रांसफार कर दिया गया है। एनसीआर में बडी बार हुई जीत को लेकर चारों ओर चर्चा बनी हुई है।

बता दे कि 2013 में दिल्ली जयुपर हाईव पर धारूहेड़ा में मुद्रा फाईसेंस की ओर से बिल्डिंग बनाई गई थी। 2014 में आरडब्लूए की ओर से सोसायटी को बिल्डर से अपने अधीन ले लिया था। बिल्डर की ओर से सोसायटी से 4 करोड 54 लाख रूप्ए पोजीशन देते समय लिया गया था।

 

जब आरडब्लएू ने बिल्डर से फ्री मेंटिनेंस फंड को वापिस देने से कहा तो उसने मना कर दिया। इसी को लेकर आरडब्लएू के पूर्व प्रधान कंवर सिंह खोला ने 2019 के इस फंड के लिए रेरा रीयल स्टेट सेगुलेटरी अथोरिटी में केस दायर किया है।Haryana

40 बार हुई सुनवाई: केस दर्ज करवाने के बाद बिल्डर ने पैसे वापस देने से मना कर दिया। इतना ही नहीं बिल्डर की ओर से बार बार तारिख लेकर आरडब्लएू को परेशान किया गया। बिल्डर ने कहा कि वह मेंटीनेस पैसा सोसायटी पर खर्च कर चुका है वह कोई पैसा वापिस नही करेगा।Haryana

 

बार बार हुई बहस के चलते आखिरकार बिल्डर को झुकना पडा तथा रेरा की ओर उसे सोसायटी के खाते में एक करोड 90 हजार रूपए भेज दिए गए है। मुंद्रा फाईनेंस लिमिटेड की ओर से एडवोकेट विनित सहगल ने केस की पैरवी की गई।Haryana

 

आरडब्लूए की ओर से हर बार चंडीगढ तारिख पर केस की पैरवी की गई। आरडब्लूए की एकता व गवनिंग बोडी के सहयोग के चलते उन्हें जीत मिली। एनसीआर में पहली आरडब्लूए हे जिसने बिल्डर से ये राशि लेने में सफलता मिली है। यह जीत दूसरी आरडब्लूए की प्रेरणा होगी।
कंवर सिंह पूर्व प्रधान आरडब्लएू विपुल गार्डन सोसायटी

सघंर्ष व मेहनत का फल आरडब्लूए को मिला है। रेरा की ओर से आरडब्लूए के खाते से करीब दो करोड रूपए ट्रांसफर कर दिया गया है। इस पैसे से आरडब्लएू एक अन्य कार्य कर सकेगी। इस जीत से दूसरे आरडब्लएू को सहयोग मिलेगा वे अपने राशि लेने में सफल हो सकेंगें।
चंद्रजीत, प्रधान आरडब्लएू विपुल गार्डन सोसायटी