Rewari: लंबे समय से सोहना पलवल हाईवे पर अलवर बाइपास के पास हो रहे जलभराव से जल्द ही निजात मिलने वाली है। इस जलभराव के पक्के समाधान के लिए भिवाडी प्रशासन चेन्नई माॅडल की तर्ज पर ड्रेनेज सिस्टम बनाने जा रहा है। इसके लिए 355 करोड़ रुपये की लागत आएगीं
बता दे कि लंबे समय से सोहना पलवल हाईवे पर अलवर बाइपास के पास जलभराव हो रहा था। हरियाणा और राजस्थान के बीच दूषित पानी का विवाद लंबे समय से राजनीति का अखाडा बना हुआ था। लंबे समय के बाद हरियाणा के धारूहेड़ा में राजस्थान के भिवाड़ी की ओर से आने वाले पानी के स्थायी समाधान के लिए भिवाडी प्रशासन ने योजना तैयार की है। Rewari
चेन्नई माॅडल की तर्ज पर बनेगा ड्रेनेज सिस्टम: बता दे कि राजस्थान सरकार भिवाड़ी में चेन्नई माॅडल की तर्ज पर ड्रेनेज सिस्टम बनाएंगी। इस योजना पर 355 करोड़ रुपये की लागत खर्च होगी। राजस्थान सरकार से डीपीआर को हरी झंडी मिलने के बाद पहले चरण में 50 करोड़ रुपये का टेंडर जारी कर दिया हैंRewari
कई बार हुई बैठक: पिछले माह जिला प्रशासन की ओर से डीसी अभिषेक मीणा व राजस्थान के अधिकारियों सहित विधायक बाबा बालकनाथ के साथ दूषित पानी की समस्या को लेकर बैठक आयोजित की गई थी।Rewari
अब इस लंबित समस्या यानि दूषित पानी की समस्या के समाधान के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। भिवाड़ी के औद्योगिक क्षेत्र का दूषित पानी का अलवर बाइपपास जलभराव करीब दो दशक पुरानी है। इसी को लेकर धारूहेड़ा-भिवाड़ी के बीच सीमा में एक रैंप बनाया था। यहां पर बार बार जलभराव हो रहा है।
धारूहेड़ा कस्बे में दूषित पानी की समस्या को लेकर नेशनल हाईवे नंबर-919 पर अवरोधक लगाए गए हैं। इस पूरे प्रोजेक्ट को पूरा होने में करीब ढाई से तीन साल का समय लगेगा। प्रथम चरण में रिचार्ज पिट व इन फिल्ट्रेशन टैंक बनाए जाएंगे।Rewari
दो चरण में होगा काम: बता दे कि दूसरे चरण में शहर में नाले का निर्माण कराया जाएगा और अंतिम चरण में निंबाहेड़ी में प्राकृतिक झील व आरएचबी की जमीन पर वाटर प्लाजा व एसटीपी बनाया जाएगा। इसी को लेकर मॉनिटरिंग के लिए भिवाड़ी के पांच विभागों की पीडब्ल्यूसी यानी पब्लिक वर्क कमेटी का गठन किया है। जिसमें बीडा, नप, आरपीसीबी, रीको व आरएचबी अधिकारियों को शामिल किया है।Rewari