Gurugram : हरियाणा राज्य औद्योगिक और बुनियादी ढांचा विकास निगम (HSIIDC) ने हरियाणा के गुरुग्राम में एक और नई औद्योगिक मॉडल टाउनशिप (IMT) बनाने की घोषणा की है। ये औद्योगिक मॉडल टाउनशिप (IMT) हाईवे नं 48 पर गांव पचगांव चौक के पास तीन हजार एकड़ भूमि पर बसाई जाएगी।
जानिए कितने एकड मे होगी विकसित HSIIDC
बता दे हरियाणा राज्य औद्योगिक और बुनियादी ढांचा विकास निगम (HSIIDC) ने पचगांव चौक के पास तीन हजार एकड़ भूमि को दो हिस्सों में विभाजित किया है। यहीं पर द्योगिक मॉडल टाउनशिप (IMT) बनाई जानी है।
पहले हिस्से में 1300 एकड़
दूसरे हिस्से में 1700 एकड़
इस भूमि पर अलग-अलग आकार के औद्योगिक प्लॉट विकसित किए जाएंगे। इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए एचएसआईआईडीसी ने पूरी योजना तैयार कर ली है।
यहां पर पहले IMT : बता दे गुरुग्राम जिले में एचएसआईआईडीसी द्वारा बनाई जाने वाली चौथी टाउनशिप होगी। इससे पहल तीन आईएमटी जिनमें उद्योग विहार, आईएमटी मानेसर और सोहना में टाउनशिप शामिल है।
औद्योगिक विकास में आएगी नई क्रांति : बता दे कि एचएसआईआईडीसी की ओर से विकसित की गई टाउनशिप में वर्तमान में दस हजार से अधिक छोटे और बड़े उद्योग कार्यरत हैं। जिसमें कई हजारो युवकों को रोजगार दिया हुआ हैं
पचगांव चौक के पास स्थित यह नई टाउनशिप उद्योगों के लिए हरियाणा वासियो की सोने पे सुहागा होगी। क्योंकि यह कुंडली-मानेसर-पलवल (KMP) एक्सप्रेसवे से सीधे जुड़ा होगा और वैसे ये लोकेशन हाईवे के साथ है।
ढांचागत विकास पर होगा खर्चHaryana news
नई टाउनशिप के लिए ढांचागत विकास पर कितनी लागत आएगी, इसका मूल्यांकन किया जा रहा है। इस मूल्यांकन के बाद मुख्यालय योजना को सरकार के पास स्वीकृति के लिए भेजेगा। स्वीकृति मिलने के बाद, नए साल की शुरुआत में भूमि पर ढांचागत विकास का कार्य शुरू होगा।
हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का लाभ
बता दे कि हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर (HORC) के तहत एक रेलवे स्टेशन पचगांव के पास बनाया जाएगा। ये कॉरिडोर पलवल को सोनीपत से सोहना, मानेसर और खरखौदा के जरिए जोडा जाएगा।
इस रेल लिंक से गुरुग्राम के उद्योगों को हरियाणा के अन्य जिलों और देश के अन्य राज्यों में सामान भेजने में सुविधा होगी। इससे पहले उद्योगपत्तियों को सामान पहले दिल्ली भेजना पडना था जिससे ज्यादा समय लगता था।
Metro- Rail कनेक्टिविटी का मिलेगा फायदा
बता दे कि इस टाउनशिप (IMT Gurugram) को केएमपी एक्सप्रेसवे से सीधे जोड़ा जाएगा, जिससे उद्योगों के लिए माल भेजने और प्राप्त करने की प्रक्रिया आसान होगी। यानि मेट्रो और रेल कनेक्टिविटी का फायदा मिलेगा।