Delhi News: रेजांगला युद्ध स्मारक पालम विहार पर रेजांगला की लड़ाई के 114 शहीदों को विशेष श्रद्धांजलि दी गई। मौका था रेजांगला दिवस के जश्न का, यह दिन उन बहादुर सैनिकों के सम्मान में समर्पित है जिन्होंने युद्ध के मैदान में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। Rejangala War Memorial Palam Vihar
इन भूले-बिसरे योद्धाओं को याद करने और उनका सम्मान करने के लिए पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) दिल्ली से वरिष्ठ पूर्व सैनिक एकत्रित हुए। यह आयोजन आजादी की कीमत और देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वालों के कर्ज की एक सशक्त याद दिलाता है।
यह रेजांगला की लड़ाई में लड़ने वाले सैनिकों के साहस, वीरता और निस्वार्थता को प्रतिबिंबित करने और उनके अपार बलिदान के लिए आभार व्यक्त करने का दिन था। Delhi News
शहीद कल्याण फाउंडेशन के संयोजक डॉ. टी.सी. राव ने सभा को संबोधित करते हुए रेजांगला दिवस के महत्व और सैनिकों द्वारा किए गए बलिदानों को याद करने के महत्व के बारे में बात की।Delhi News
इस मौके पर डॉ राव ने बताया कि इस युद्ध में वीरता पुरस्कार देने के मामले में सरकार ने बहुत मनमानी दिखाते हुए शहीदों की वीरता के साथ बहुत बड़ा अन्याय किया तथा उचित सम्मान से बंचित किया ।Rejangala War Memorial Palam Vihar
यदि हम सारागढ़ी के युद्ध से तुलना करें तो उसमें 21 रणबांकुरों को ब्रिटिश हुकुमत ने 21 परमवीर चक्र के समकक्ष वीरता चक्र प्रदान किये थे । जबकि भारत सरकार ने रेजांगल के युद्ध के दौरान शहीद हुए अहीर रणबांकुरों के 9 परमवीर चक्र की जगह 1 परमवीर चक्र, 19 महावीर चक्र देने चाहिये थे वो जबकि एक भी महावीर चक्र नहीं दिये । Rejangala War Memorial Palam Vihar
अहीरों का बलिदान भुलाया नहीं जा सकता: 44 वीर चक्र की जगह 8 वीर चक्र दिये थे । इस बात का जिक्र उन्होंने अपनी पुस्तक रेजांगला में अहीरों का बलिदान सत्य न्याय एवं सम्मान के लिए संघर्ष में किया है जो जल्दी ही लोर्कापण की जायेगी ।Delhi News
इस कार्यक्रम में ग्रुप कैप्टन शुक्ला, कमांडर वी पी यादव और कर्नल महावीर यादव सहित कई विशिष्ट अतिथियों ने भी संबोधित किया। प्रत्येक वक्ता ने रेजांगला की लड़ाई और उसमें लड़ने वाले साहसी सैनिकों पर अपने विचार और अंतर्दृष्टि साझा की।
उन्होंने शहीदों द्वारा प्रदर्शित अदम्य भावना और अटूट दृढ़ संकल्प पर प्रकाश डाला, जो राष्ट्र के प्रति निस्वार्थ सेवा और समर्पण का एक शानदार उदाहरण था।
इस अवसर पर मुख्य रूप से कर्नल ईश्वर सिंह, गु्रप कैप्टन जगमाल सिंह, कैप्टन बी एल यादव, कैप्टन राजेन्द्र यादव, रविन्द्र यादव, पूर्व पार्षद, मिस स्वाती यादव, हरि ओम, नेकी राम, कर्नल बी एस यादव, कर्नल रामेश्वर, कर्नल आर के यादव, कमांडर वी पी यादव, रेजांगला बटालियन के पूर्व सैनिक, वींग कमांडर जी पी यादव एवं काफी संख्या में लोग मौजुद रहे ।