Navratri 2nd Day 2023: शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो गई है। नवरात्रि में हर दिन मां के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। पहला दिन जहां शैलपुत्री का होता है तो दूसरे दिन मां के ब्रह्मचारिणी (Brahmacharini Mata) स्वरूप की पूजा की जाती है।खुशखबरी: यात्रियों की बल्ले बल्ले, त्योहार के चलते इन रूटो पर दौडेगी अतिरिक्त ट्रेने
बता है कि मां ब्रह्मचारिणी विश्व में ऊर्जा का प्रवाह करती है और उनकी पूजा अर्चना करने से आपको सुख शांति मिलती है . दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा किस तरह से की जानी चाहिए, उनका मंत्र क्या है और भोग स्वरूप उन्हें क्या चढ़ाना चाहिए।
ब्रह्मचारिणी की पूजा विधि- (Maa Brahmacharini Puja Vidhi)
पंचामृत बनाने से पहले एक बड़ा चम्मच दूध गर्म करें और उसमें केसर के धागे भिगो दें. इसे कुछ मिनट तक ऐसे ही रहने दें जब तक कि दूध केसर का रंग और सुगंध न ले लें.
अब एक बाउल में बचा हुआ दूध और दही मिला लें, इसे एक साथ मिलने तक अच्छी तरह मिलाएं.
दूध-दही के मिश्रण में शहद और चीनी मिलाएं और इसे तब तक हिलाएं जब तक शहद और चीनी पूरी तरह से घुल न जाएं.
घी को पिघलाकर मिश्रण में मिला दीजिए और अच्छे से ब्लेंड करें. इसमें केसर वाला दूध डालें, धीरे-धीरे हिलाते हुए मिलाएं.
पंचामृत के मिश्रण में कटे हुए मेवे मिलाएं, इसमें गंगाजल और तुलसी के पत्ते डालकर मां ब्रह्मचारिणी को भोग लगाएं.
BJP: राजस्थान में राजे की चौधर को ग्रहण, जानिए कौन बन सकती है इस बार सीएममां ब्रह्मचारिणी के मंत्र- (Maa Brahmacharini Mantra)
या देवी सर्वभूतेषु माँ ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता. नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:..
दधाना कर पद्माभ्याम अक्षमाला कमण्डलू.देवी प्रसीदतु मई ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा..ॐ देवी ब्रह्मचारिण्यै नमः॥
मां ब्रह्मचारिणी को भोग स्वरूप चढ़ाएं पंचमृत- (Maa brahmacharini Bhog)
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