दिल्ली: हीरो कंपनी (hero Moto corp) की मार्केट साख बरकरार है। लेकिन कॉस्ट कटिंग के इस दौर में हीरो मोटोकॉर्प ने अपने कर्मचारियों के लिए एक स्कीम की घोषणा की है। स्कीम भी ऐसी है जिस पर कई तरह के सवाल पैदा हो रहे हैं कि आखिर कंपनी ने ऐसा क्यों किया! इलैक्ट्रिक स्कूटी व कई नए मॉडल लोच करने के बाजवूद ऐसा निर्णय लेना ओटोमाबाइल मार्केट (Automobile market) में एक बहुत बडा सवाल बना हुआ है।BJP की स्थापना दिवस धारूहेडा में किया ध्वजारोहण
जानिए क्या है वीआरएस स्कीम: फिलहाल जो वीआरएस स्कीम (VRS scheme लॉन्च की है उसके अनुसार सभी स्टाफ सदस्यों के लिए लागू, वीआरएस एक पैकेज प्रदान है जिसमें कई चीजों को शामिल किया गया है। इनमें अन्य लाभों के साथ एकमुश्त अमाउंट, वैरिएबल पे, उपहार, चिकित्सा कवरेज, कंपनी कार पर छूट, स्थानांतरण सहायता, और करियर के लिए सपोर्ट जैसी चीजें शामिल हैं।
क्यो उठाया ऐसा कदम: कंपनी का कहना है कि उसने ऐसा इसलिए किया है क्योंकि वो संगठन को चुस्त और ‘भविष्य के लिए तैयार’ बनाने की तैयारी के तहत किया है। कंपनी का ये भी कहना है कि भूमिकाओं को मजबूत करने और क्षमता बढ़ाने के दृष्टिकोण के अनुरूप उठाया गया कदम है। बताया जा रहा है पुरानी मेनवापर, ज्यादा कोस्ट व अधिक मेनपावर कपंनी के लिए घाटे का सौदा बनती जा रही है।
बढोतरी फिर भी ऐसा क्यो?
मार्च में, हीरो मोटोकॉर्प ने 519,342 इकाइयां बेचीं, जो पिछले साल इसी महीने में 15 प्रतिशत की दो अंकों की वृद्धि दर्ज कर रही थी, जब उसने 450,154 दोपहिया वाहन बेचे थे। घरेलू बाजार में कंपनी ने 21 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 5,02,730 यूनिट्स की बिक्री की। हालांकि, इसका निर्यात 51.69 प्रतिशत गिरकर 16,612 इकाई रहा।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने कहा कि बाजार की स्थिति में सुधार हो रहा है, जैसा कि मार्च में बिक्री के प्रदर्शन से दिख रहा है। सरकार की रचनात्मक नीतियों और सामाजिक क्षेत्र के सुधारों ने मांग को और बढ़ावा दिया है और दोपहिया उद्योग को उम्मीद है कि ये कारण इस वित्तीय वर्ष में दो अंकों की वृद्धि में योगदान देंगे।
जानिए आज की वेल्यू
इस महीने की शुरुआत में कंपनी ने अपनी चुनिंदा मोटरसाइकिलों और स्कूटरों की एक्स-शोरूम कीमतों में संशोधन किया था। कंपनी ने कहा कि मूल्य संशोधन मुख्य रूप से ओबीडी-2 ट्रांजिशन के कारण लागत में वृद्धि के कारण जरूरी हो गया था. OBD-2 ट्रांज़िशन ऑन-बोर्ड डायग्नोस्टिक्स (OBD)-1 से OBD-2 सिस्टम में वाहनों के अनिवार्य ट्रांज़िशन को संदर्भित करता है।Haryana News: पांच माह से मानदेय के लिए भटक रही मिड डे मिल कर्मी#
पिछले महीने फैसले की घोषणा करते हुए कंपनी ने कहा कि कीमतों में संशोधन करीब 2 फीसदी होगा और ‘वृद्धि की सटीक मात्रा विशिष्ट मॉडल और बाजारों के अनुसार अलग-अलग होगी।
दूसरी कंपनियो से तुलना
सूत्रो से पता चला है कि दूसरी कंपनियो की मैनपावर की रेस्यो के चलते हीरो मे मैनपावर महंगी व ज्यादा है । सस्ती मैनपावर सेट करने के लिए ही ऐसा किया जा रहा है। इस वीआरएस को लेकर मार्केट में कइ तरह के सवाल खडे हो गए है। लेकिन कंपनी की पोलिसी के आगे कर्मचारी कर भी क्या सकता है। इसी लिए कहा गया है हां जी नौकरी ना जी का घर।
गिर सकते है शेयर: मार्केट में हीरो की एक अलग ही साख बनी हुई है। माना जा रहा है आग मार्केट मे शेयर गिर सकते है। बाताया जा रहा है कंपनी के शेयरो मे काफी हिस्सा कर्मचारियो का ही है। जब उन पर गाज गिरेजी तो उनके शेयर रेट कम होना स्वभाविक है। अब देखना यह है इस वीआरएस का क्या असर पडता है।