Haryana में सक्रिय हुआ पश्चिमी विक्षोभ, 17 जिलों में बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट

Haryana में आज पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है, जिससे राज्य के कई जिलों में बारिश शुरू हो गई है। वहीं, कुछ जिलों में घने बादल छाए हुए हैं और तेज़ हवाएं भी चल रही हैं। मौसम विभाग ने हरियाणा के 17 जिलों में बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई है।
सुबह से जारी है बारिश, कई जिलों में अंधड़ के साथ बूंदाबांदी
मौसम विभाग के अनुसार, आज सुबह 5:30 बजे से ही फतेहाबाद, कैथल, जींद, हिसार, रोहतक, भिवानी, पानीपत, अंबाला, कुरुक्षेत्र, सिरसा और आसपास के इलाकों में गरज के साथ बारिश शुरू हो गई। वहीं, कई जिलों में तेज़ हवा और बादलों के कारण मौसम सुहावना बना हुआ है।
बारिश का असर सबसे अधिक पानीपत, जींद और झज्जर में देखने को मिला, जहां सुबह 5 बजे से ही रुक-रुक कर हल्की बारिश हो रही है। इसके अलावा, भिवानी, चरखी दादरी और रोहतक में भी बादल छाए हुए हैं और तेज़ हवाएं चल रही हैं।
इन 17 जिलों में जारी हुआ अलर्ट
मौसम विभाग ने जिन 17 जिलों के लिए बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है, उनमें शामिल हैं:
- पंचकूला
- अंबाला
- यमुनानगर
- कुरुक्षेत्र
- कैथल
- करनाल
- पानीपत
- सोनीपत
- जींद
- हिसार
- फतेहाबाद
- सिरसा
- झज्जर
- रोहतक
- भिवानी
- चरखी दादरी
इन जिलों में अगले 24 घंटों में बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के मुताबिक, यह स्थिति अगले दो दिनों तक बनी रह सकती है।
तेज़ हवा और ओले गिरने से फसलों को नुकसान का खतरा
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि तेज़ हवाओं के साथ ओलावृष्टि भी हो सकती है, जिससे किसानों को भारी नुकसान होने की आशंका है।
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, इस समय गेहूं, सरसों और अन्य फसलें पककर तैयार हैं। यदि ओलावृष्टि होती है, तो खड़ी फसलें पूरी तरह नष्ट हो सकती हैं। खासतौर पर, गेहूं की फसल जो अगले कुछ दिनों में कटाई के लिए तैयार है, वह सबसे अधिक प्रभावित हो सकती है।
किसानों की बढ़ी चिंता
बारिश और ओलावृष्टि की संभावना से किसानों की चिंता बढ़ गई है। कई जिलों में किसान फसल कटाई की तैयारी कर रहे थे, लेकिन अचानक बदले मौसम ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
हरियाणा के कैथल जिले के किसान संदीप कुमार ने बताया,
“हमने बड़ी मेहनत से गेहूं की फसल तैयार की थी, लेकिन अगर ओलावृष्टि हुई तो हमारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा। सरकार को जल्द से जल्द किसानों के लिए राहत पैकेज की घोषणा करनी चाहिए।”
मौसम विज्ञानियों की सलाह
मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे अपनी फसलों को सुरक्षित रखने के लिए उचित कदम उठाएं। जिन किसानों ने कटाई शुरू कर दी है, उन्हें जल्द से जल्द फसल को सुरक्षित स्थानों पर रखने की सलाह दी गई है। वहीं, जिनकी फसल अभी खेत में खड़ी है, उन्हें बारिश के खत्म होने तक इंतजार करना पड़ सकता है।
राज्य सरकार सतर्क, अधिकारियों को दिए निर्देश
हरियाणा सरकार ने भी मौसम की स्थिति को देखते हुए संबंधित अधिकारियों को सतर्क कर दिया है। कृषि विभाग और राजस्व विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि वे किसानों के संभावित नुकसान का आकलन करें और जरूरत पड़ने पर आर्थिक सहायता उपलब्ध कराएं।
कैसा रहेगा हरियाणा का मौसम अगले कुछ दिनों में?
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, अगले दो दिनों तक हरियाणा में मौसम खराब बना रहेगा। इस दौरान हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ जिलों में ओलावृष्टि भी हो सकती है।
इसके बाद, 48 घंटे बाद मौसम साफ होने की संभावना है, लेकिन तेज़ हवाओं के चलते तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है।
हरियाणा में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। जहां एक ओर बारिश से तापमान में गिरावट आ सकती है, वहीं दूसरी ओर ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान होने का खतरा बना हुआ है। किसानों को सतर्क रहने की जरूरत है और सरकार को भी जल्द से जल्द राहत योजनाओं पर काम करना चाहिए।