Mausam Update: : भारत की सरहद में दाखिल होने वाला है मॉनसून 2025, कल बंगाल की खाड़ी और अंडमान निकोबार द्वीप समूह पर होगी धमाकेदार दस्तक:
हर साल की तरह मानसून 2025 भी अपने साथ राहत, ताज़गी और हरियाली की सौगात लेकर आ रहा है। अनुकूल परिस्थितियों के कारण अगले 24 घंटों में मानसून भारत में अपनी यात्रा की शुरुआत बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर से करने जा रहा है। यह वर्षा ऋतु का पहला चरण होगा, जो धीरे-धीरे पूरे देश को कवर करेगा।Mausam Update
मानसून क्या है और यह कैसे काम करता है:
मानसून एक मौसमी हवाओ की प्रणाली है, जो गर्मी के मौसम में ज़मीन और समुद्र के तापमान में अंतर के कारण बनती है। गर्मियों में भारतीय उपमहाद्वीप की ज़मीन बहुत गर्म हो जाती है, जिससे वहाँ कम वायुदाब बनता है। वहीं समुद्र ठंडा रहता है और वहाँ उच्च वायुदाब बना रहता है। इस कारण से समुद्र से नमी से भरी हवाएँ ज़मीन की ओर बहती हैं, यही हवाएँ मानसून कहलाती हैं और देशभर में बारिश लेकर आती हैं।Mausam Update:
मानसून 2025 की शुरुआत अगले 24 घंटों में बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर से हो रही है। अभी के अनुसार, आने वाले 3 से 5 दिनों में मॉनसून 2025 पूरे अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दक्षिण बंगाल की खाड़ी और कोमोरिन क्षेत्र (भारत का दक्षिणी सिरे पर स्थित इलाका) और श्रीलंका को छूते हुए आगे बढ़ेगा। यही वह इलाका है जहाँ से मानसून की दो शाखाएँ — बंगाल की खाड़ी शाखा और अरब सागर शाखा — अलग-अलग दिशाओं में बंट जाती हैं।
◾अरब सागर में प्रवेश और लक्षद्वीप की ओर बढ़त:
मानसून की अरब सागर शाखा भी इस हफ्ते के अंत में सक्रिय हो जाएगी और उसके अगले कुछ दिनों में लक्षद्वीप द्वीप समूह तक पहुँच जाएगी। इसके बाद यह शाखा केरल, कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र जैसे राज्यों की ओर बढ़ेगी।
एक बार जब मानसून अंडमान, श्रीलंका और लक्षद्वीप क्षेत्र को कवर कर लेगा, तब यह धीरे-धीरे उत्तर, मध्य और पूर्वी भारत की ओर बढ़ेगा। जुलाई के अंत तक इसके पूरे देश को कवर करने की उम्मीद है।Mausam Update
मानसून 2025 के राज्यों के अनुसार संभावित आगमन तिथि:
• अंडमान और निकोबार द्वीप समूह — 13 मई 2025
• लक्ष्यद्वीप — 18 मई से 22 मई के बीच
• केरल — 24 मई से 28 मई के बीच
• तमिलनाडु — 26 मई से 3 जून के बीच
• कर्नाटक — 3 से 5 जून
• गोवा — 5 से 7 जून
•पूर्वोत्तर राज्य (असम, मेघालय, मणिपुर, मिज़ोरम, त्रिपुरा, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश) — 24 मई से 2 जून
• महाराष्ट्र (मुंबई सहित) — 5 से 10 जून
• तेलंगाना — 6 से 10 जून
• आंध्र प्रदेश — 4 से 12 जून
• गुजरात — 12 से 15 जून
• मध्य प्रदेश — 12 से 15 जून
• छत्तीसगढ़ — 12 से 15 जून
• ओडिशा — 10 से 12 जून
• पश्चिम बंगाल — 10 से 12 जून
• बिहार — 12 से 15 जून
• झारखंड — 12 से 15 जून
• उत्तर प्रदेश (पूर्वी) — 15 से 18 जून
• उत्तर प्रदेश (पश्चिमी) — 20 से 25 जून
• दिल्ली — 25 से 30 जून
• हरियाणा — 25 से 30 जून
• पंजाब — 25 से 30 जून
• राजस्थान (पूर्वी) — 20 से 25 जून
• राजस्थान (पश्चिमी) — 25 से 30 जून
• हिमाचल प्रदेश — 25 से 30 जून
• उत्तराखंड — 25 से 30 जून
• जम्मू और कश्मीर — 25 से 30 जून
• लद्दाख — 30 जून से 5 जुलाई
मानसून 2025 की शुरुआत उत्साहजनक है। यह किसानों, पानी के स्रोतों और देश की अर्थव्यवस्था के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण समय है। उम्मीद की जा रही है कि इस वर्ष मानसून सामान्य और सामान्य से अधिक बरसात करेगा और समय पर देश के अधिकांश हिस्सों में पहुंचेगा, जिससे अच्छी बारिश और फसल की संभावना मजबूत हो जाएगी।

















