Haryana weather: इन जिलों में ओलावृष्टि के साथ होगी बारिश, जानें मौसम का हाल

मौसम विभाग के अनुसार, 21 जनवरी को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने वाला
Haryana weather: इन जिलों में बारिश के साथ ओलावृष्टि का अनुमान, जानें मौसम का हाल

Haryana weather: इन दिनों हरियाणा में हड्डी जमा देने वाली ठंड पड़ रही है, लेकिन लगातार सक्रिय हो रहे पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान जमने की स्थिति में नहीं पहुंच पाया है। इसका सबसे बड़ा फायदा किसानों को हुआ है, जिन्हें जनवरी महीने में जमी हुई ठंड और ओस की समस्या का सामना नहीं करना पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार, 5 से 6 दिनों के भीतर 3 पश्चिमी विक्षोभ आए हैं। इन विक्षोभों के कारण 5, 11 और 15 जनवरी को राज्य के विभिन्न हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई।

पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव: हल्की से मध्यम बारिश, फिर भी तापमान में नहीं आई गिरावट

इनमें से दो पश्चिमी विक्षोभ कमजोर थे, जबकि एक विक्षोभ ने भारी बारिश का कारण बना। दिसंबर में भी पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश और ओलावृष्टि देखी गई, लेकिन इस बार लगातार आ रहे पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान में गिरावट नहीं आई। इसके परिणामस्वरूप, राज्य में तापमान 5 से 10 डिग्री के बीच बना रहा।

पिछले सालों से ज्यादा राहत: तापमान 5 से 10 डिग्री के बीच

हरियाणा में आमतौर पर दिसंबर और जनवरी में तापमान 0 डिग्री या उससे भी नीचे चला जाता था, लेकिन इस बार तापमान 5 से 10 डिग्री के बीच रिकॉर्ड किया गया है। इस परिवर्तन से किसानों को राहत मिली है, क्योंकि पिछले सालों में हाड़ कंपाती ठंड ने फसलों को नुकसान पहुंचाया था।

Haryana weather: इन जिलों में बारिश के साथ ओलावृष्टि का अनुमान, जानें मौसम का हाल

मौसम में परिवर्तन: 21 जनवरी के बाद नया पश्चिमी विक्षोभ

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विभाग के अनुसार, 21 जनवरी को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने वाला है। इसके कारण हरियाणा में मौसम और हवा की दिशा में परिवर्तन होगा। 22 से 24 जनवरी के बीच राज्य के अधिकांश हिस्सों में हल्की बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई जा रही है। इस दौरान हड्डी जमा देने वाली ठंड बनी रहेगी।

जनवरी अंत तक ठंड का असर जारी: बारिश और ओलावृष्टि का अनुमान

मौसम विभाग के अनुसार, जनवरी के अंत तक हड्डी जमा देने वाली ठंड का असर जारी रहेगा। साथ ही, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राज्य के कई हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है। मौसम के इस बदलाव से फसलों के लिए कुछ चुनौतियां पैदा हो सकती हैं, लेकिन किसानों को राहत भी मिलेगी क्योंकि तापमान के स्थिर रहने से फसलों पर बर्फबारी और ओस का असर कम होगा।

किसानों के लिए सलाह: मौसम के बदलाव का ध्यान रखें

कृषि मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे मौसम के इस बदलाव का ध्यान रखें और अपने खेतों में उचित प्रबंध करें। किसानों को ओलावृष्टि और बारिश से बचाव के उपायों की तैयारी करनी चाहिए ताकि फसलों को न्यूनतम नुकसान हो। इसके अलावा, मौसम विभाग ने कहा है कि तापमान में हल्की गिरावट के बावजूद, किसानों को अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए सतर्क रहना चाहिए।