पंजाब ही नही हरियाणा में बाढ से बुरा हाल है। हरियाणा में बाढ कहर बढता ही जा रही है। हाईवे पर जहां वाहनों पर ब्रेक लगे हुए है वही लाखों लोग बेघर हो गए है। हरियाण में कई जिलो मे बाढ से त्राहि त्राहि बची हुई हैं Flood havoc in Haryana
बता दे कि खतरे के निशान से ऊपर बह रही नदियां व उनका बहाव ग्रामीण इलाकों के बाद अब शहरों में कहर बरपा रहा है। जलभराव के कारण हरियाणा की लाइफलाइन कहे जाने वाले छह नेशनल हाईवे पर वाहनों की रफ्तार थमने लगी है। इन सभी पर नदियों का पानी बह रहा है। हाईवे पर कहीं वाहन रेंग-रेंगकर चल रहे हैं तो कहीं लेन ही बंद है।Flood havoc in Haryana
हाईवे जल से डूबा: हिसार में हिसार- चंडीगढ़ एनएच-52 और दिल्ली-हिसार एनएच-9 पानी में डूबे हैं। इनके अलावा अंबाला में अंबाला-रुड़की एनएच-344 के ऊपर से पानी बह रहा है। इससे हाईवे की एक साइड बंद करनी पड़ी है। यह हाईवे पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के बीच कड़ी है। इस वजह से पांच राज्यों के वाहन जाम में फंस रहे हैं।Flood havoc in Haryana

Flood havoc in Haryana
पांच लोगों की मौत: वीरवार को बारिश व जलभराव के कारण पांच लोगों की माैत हो गई, जबकि एक बह गया। बहादुरगढ़ में बारिश के बाद इन्वर्टर में करंट से बच्ची की मौत हो गई, जबकि अंबाला में कालपी ओवरब्रिज के पास टूटे तार के कारण करंट से एक युवक की मौत हो गई।Flood havoc in Haryana
मुलाना के हमीदपुर में भी जलभराव के बीच से गुजर रहे युवक करन (25) की करंट लगने से जान चली गई। इसी तरह फरीदाबाद के ओल्ड भूपानी कॉलोनी में कृष्ण (14) की नाले में गिरने से मौत हो गई। वहीं, पल्ला थाना इलाके के शिव एनक्लेव पार्ट तीन में दो सितंबर की रात से सागर और बंटी लापता हैंFlood havoc in Haryana
हिसार में हांसी-बरवाला नेशनल हाईवे-148बी पर गांव चानौत के पास करीब एक किलोमीटर एरिया में पानी भरने से वाहनों को दूसरे रूट पर डायवर्ट किया गया है। वीरवार को बारिश व जलभराव के कारण पांच लोगों की माैत हो गई, जबकि एक बह गया। यमुना, घग्गर, टांगरी व मारकंडा खतरे के निशान पर हैं जिससे लगातार खतरा बना हुआ है।
टांगरी नदी उफान पर: अंबाला में वीरवार को अंबाला-जगाधरी एनएच 444-ए पर टांगरी नदी का पानी आ गया है जबकि अंबाला-दिल्ली हाईवे एनएच-44 पर हिसार बाईपास के नजदीक बलदेव नगर में पानी आने से एक लेन को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। इस्माईलाबाद बाईपास पर नेशनल हाईवे 152 पर भी मारकंडा का पानी पहुंच गया।

एसडीआरएफ ने संभाला मोर्चा: अंबाला-साहा राजमार्ग व हिसार से भादरा जाने वाले स्टेट हाईवे पर गांव आर्यनगर में एक किलोमीटर तक पानी भरा है। कई जगह हाईवे को वन-वे किया गया है। अंबाला में पानी ने हाईवे के बाद इंडस्टि्रयल एरिया का भी रुख किया जिस कारण लोग फंस गए। एसडीआरएफ ने सुबह चार बजे बचाव अभियान शुरू कर 300 लोगों को निकाला।
18 जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। हथनी कुंड से दिल्ली तक के 100 गांवों में हाई अलर्ट की घोषणा की गई है। हथनीकुंड बैराज पर एसडीआरएफ को और बहादुरगढ़ में ड्रेन संभालने के लिए हिसार से सेना बुलाई गई है।
हथनीकुंड बैराज पर दिन भर में यमुना ने कई रूप दिखाए। बुधवार तड़के जलस्तर 1,83,837 क्यूसेक पहुंचा। फिर धीरे-धीरे घटा। कई घंटे तक अच्छी धूप खिली तो लोगों को लगा राहत आएगी। लेकिन शाम को ये फिर 1,74,442 क्यूसेक पहुंच गया।

















