REWARI: मौत के सायें में जी रहे डाककर्मी ?
बावल। कस्बे में 29 वर्ष से किराये के जर्जर भवन में डाकघर चल रहा है। डाककर्मी जान हथेली पर रखकर अपनी ड्यूटी करने को मजबूर हैं। भवन की बदहाल स्थिति …
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बावल। कस्बे में 29 वर्ष से किराये के जर्जर भवन में डाकघर चल रहा है। डाककर्मी जान हथेली पर रखकर अपनी ड्यूटी करने को मजबूर हैं। भवन की बदहाल स्थिति …
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