BJP की अजीब चाल, कांग्रेसियों पर विश्वास, 2014 में तीन, 2019 में चार ओर इस बार आधे से ज्यादा को दिया लोकसभा टिकट, जा​निए क्या है पूरा खेल

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BJP: Haryana की सभी 10 लोकसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है. वह किसी भी कीमत हरियाण में सीट नहीं खोना चाहती है. 2019 की तरह 2024 में भी सभी दस सीटें जीतने के लिए BJP ने जातीय समीकरण के साथ् नई चाल चली है, लेकिन 10 में से 6 उम्मीदवार कभी न कभी कांग्रेसी रहे हैं जबकि चार उम्मीदवार RSS पृष्ठभूमि से हैं. कांग्रेस के छोडते ही टिकट मिल गई. जिससे सबको चौका दिया है.     इन पर जताया भरोसा:BJP ने इस बार लोकसभा 2024 में फरीदाबाद से कृष्णपाल गुर्जर, गुरुग्राम से राव इंद्रजीत, भिवानी-महेंद्रगढ़ से धर्मबीर सिंह, रोहतक से अरविंद शर्मा पर फिर भरोसा जताया है. इसके अलावा सोनीपत से रमेश कौशिक की जगह Mohan Lal बडौली और कुरूक्षेत्र से सांसद रहे नायब सैनी के CM बनने के बाद अब नवीन जिंदल पर भरोसा है.   इससे पहले बीजेपी ने 2019 में चार और 2014 में तीन Congress नेताओं को मैदान में उतारा था, लेकिन इस बार आधे से ज्यादा को टिकट दे दिया है. यानि जिसने कांग्रेस को छोडा उसे ही टिकट दे दी.    

BJP ने Congress नेताओं को दिया टिकट

Haryana में BJP के 10 में से 6 उम्मीदवार Congress से हैं. राव इंद्रजीत, डॉ. अशोक तंवर, नवीन जिंदल, धर्मवीर सिंह, रणजीत सिंह चौटाला और अरविंद शर्मा Congress पृष्ठभूमि के नेता हैं, जिन्हें BJP ने टिकट दिया है. इसमें राव इंद्रजीत और धर्मवीर सिंह 2014 में Congress छोड़कर BJP में शामिल हुए थे और पार्टी ने उन्हें पिछले दो लोकसभा चुनावों में टिकट दिया था. BJP LOG SABHA CANDIDATE संजय भाटिया की जगह करनाल से पूर्व CM Manohar Lal Khattar, रतनलाल कटारिया के निधन के बाद अंबाला से बंतो कटारिया, सिरसा से उनकी पत्नी बंतो कटारिया, सुनीता दुग्गल की जगह अशोक तंवर और हिसार से पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंघे के शामिल होने के बाद रणजीत सिंह चौटाला Congress । को उम्मीदवार बनाया गया है. अब तीसरी बार उन पर भरोसा जताया है. जब Congress ने रणजीत सिंह चौटाला को टिकट नहीं दिया तो उन्होंने पार्टी छोड़ दी और निर्दलीय विधायक बन गये. Manohar Lal Khattar के नेतृत्व वाली BJP सरकार को समर्थन देकर मंत्री बने।   अरविंद शर्मा 2019 में Congress से BJP में शामिल हुए और रोहतक से सांसद चुने गए। अशोक तंवर और नवीन जिंदल हाल ही में BJP में शामिल हुए हैं और पार्टी ने दोनों नेताओं को लोकसभा टिकट दिया है. नवीन जिंदल 2004 और 2009 में Congress के टिकट पर सांसद रह चुके हैं जबकि अशोक तंवर 2009 में Congress से सांसद चुने गए थे.  

चार उम्मीदवार BJP-संघ पृष्ठभूमि से

BJP ने न सिर्फ Congress पृष्ठभूमि के नेताओं पर भरोसा जताया है बल्कि चार सीटों पर ऐसे नेताओं को भी टिकट दिया है जो पार्टी और संघ से जुड़े रहे हैं. करनाल से पहली बार Manohar Lal Khattar को मैदान में उतारा गया है, जो संघ पृष्ठभूमि वाले नेता हैं. कृष्णपाल गुर्जर को तीसरी बार टिकट दिया गया है, जो शुरू से ही BJP से जुड़े रहे हैं. Mohan Lal बड़ौली और बंतो कटारिया के पति रतनलाल कटारिया लंबे समय से BJP से जुड़े हुए हैं. BJP ने बनाया जातीय समीकरण Haryana के सियासी समीकरण को ध्यान में रखते हुए BJP ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जिनके जरिए वह मजबूत जातीय गणित बिठाने की कोशिश कर रही है. BJP ने ब्राह्मण समुदाय से दो, जाट समुदाय से दो और दलित समुदाय से दो जबकि यादव-गुर्जर-पंजाबी और वैश्य समुदाय से एक-एक उम्मीदवार मैदान में उतारा है.   पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर फरीदाबाद लोकसभा सीट से और पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत गुरुग्राम सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. दोनों OBC समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसमें राव इंद्रजीत यादव समुदाय से आते हैं और कृष्णपाल गुर्जर समुदाय से हैं. दलित समुदाय से अशोक तंवर और बंतो कटारिया को मैदान में उतारा गया है, जबकि ब्राह्मण समुदाय से अरिवंद शर्मा और मोहन लाल बडौली चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमाएंगे. धर्मवीर सिंह और रणजीत सिंह चौटाला जाट समुदाय से आते हैं। Haryana में रोहतक और सोनीपत लोकसभा क्षेत्रों को जाटलैंड के नाम से भी जाना जाता है। इन दोनों सीटों पर गैर-जाटों को टिकट देकर BJP ने बड़ा दांव खेला है. BJP ने एक बार फिर सांसद अरविंद शर्मा को रोहतक सीट से मैदान में उतारा है, जबकि सोनीपत से लोकसभा सांसद Mohan Lal बडौली को मैदान में उतारा है, जो ब्राह्मण हैं.   इसी तरह, कुरूक्षेत्र सीट से BJP ने नवीन जिंदल को मैदान में उतारकर वैश्य समुदाय को एकजुट करने की रणनीति बनाई है, जो यहां से दो बार सांसद रह चुके हैं. करनाल लोकसभा सीट से अब तक Punjabi समुदाय से आने वाले संजय भाटिया सांसद थे. अब पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री Manohar Lal को चुनावी रण में उतारकर Punjabi समुदाय को अपने साथ जोड़े रखने की कोशिश की है.   हालांकि, जाट समुदाय पर भी खास ध्यान दिया गया है. रणजीत सिंह चौटाला हिसार लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं जबकि पूर्व सांसद धर्मवीर भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। दोनों उम्मीदवार जाट समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं।