शर्मशार: हरियाणा के Dharuhera में Water Bill का 2.52 करोड बकाया

water works dhr

नोटिस के बावजूद लोग गटक रहे मुफ्त का पानी, अब कनेक्शन कटाने की तेयारी

Water Bill , Dharuhera : कस्बे में गर्मी के चलते पानी की किल्लत बनी हुई है। इबसे अहम बात यह है कि लोग पानी की सप्लाई लेने के बाद भी बिल भरने में पीछे हट रहे हैं। अब विभाग ने दोबारा डिफाल्टर उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटने की तैयारी शुरू कर दी है। विभाग की ओर से समय-समय पर बिल न भरने वाले उपभोक्ताओं को नोटिस भी भेजे जा रहे हैं। कस्बे में मई 2024 तक 2 करोड 52  लाख रूपए बकाया है

अवैध कनेक्शन की भरमार
बास रोड पर करीब 20 से अधिक कालोनियां बसी हुई है। हर घर में पानी व सिवरेज का कनेक्शन है। बार बार चेतावनी के बावजूद कस्बे में करीब महज 4534 पानी के वैध कनेक्शन हैं। जबकि इससे दोगुने अवैध कनेक्शन है। मगर काफी संख्या में उपभोक्ताओं की ओर से लंबे समय से पानी का बकाया बिल अदा नहीं किया है।

 

विभाग की ओर से हर छह माह बाद उपभोक्ताओं को 720 रूपए पानी बिल के भेजे जाते हैं। कई उपभोक्ता ऐसे भी हैं, जिन्होंने कनेक्शन लेने के बाद एक बार भी बिल नहीं भरा है इतना ही कइयो ने दो कनेक्शन भी लिए हुए है।

साल कनेक्शन डिफाल्टर बिल बकाया करोड
2021      2241            753         1.38
2022      3142          1560         1.97
2023      4384          2152        2.40
2024     4534           2201         2.52

(मई 2024 तक डाटा)

स्पेशल बनाया हुआ स्टोरज टेंक: कस्बे के हरिनगर में वाटर टैंक बनाया हुआ है। जहां पर नहर से आने वाले पानी को ट्रीट करके धारूहेड़ा में आपूर्ति किया जा रहा है। पिछले दो साल में महज एक हजार की नए कनेक्शन हुए जबकि बिल नहीं भरने की वालो की संख्या करीब दो हजार से ज्यादा हो चुकी है। सबसे अहम बात यह है कि बार बार नोटिस देने व चेतावनी के बावजूद डिफाल्टरो को कोई भय ही नहीं है।

पानी की नहीं रहती किल्लत: जिले में आबादी के चलते धारूहेड़ा में सबसे बडा पानी का स्टोरेज है। भले ही नहर का पानी पूरे महिने भी नही आए तो आसानी से कस्बे में वाटर आपूर्ति संभव है। विभाग की ओर से वाटर टैंक के साथ चार टयूबबेल भी है जिने कालोनियो में पानी आपूर्ति की जा रही है।

2008 में नपा स्थापना के बाद में मकानो के नक्से पास करवाने पर लोग शिविर व पानी का कनेक्शन लेने का सिलसिला तेज हुआ है। जबक अवैध कालोनियो में 60 फीसदी लोग न पानी तथा न ही सीवरेज कनेक्शन ले रहे है। जबकि अवैध कनेक्शन हर साल बढते ही जा रहे है।
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रूटीन में तो उपभोक्ता पानी का बिल भर रहे हैं, लेकिन 50 से 60 प्रतिशत ऐसे उपभोक्ता हैं, जिन्हें लंबे समय से बिल नहीं भरा है। उपभोक्ताओं से अपील है कि बिल मिलने के बाद तुरंत बिल का भुगतान करें। नोटिस भी दिए जा रहे है।
मुकेश शर्मा, एसडीओ, जनस्वास्थ्य विभाग धारूहेड़ा
धारूहेडा: वाटर वर्क धारूहेड़ा
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