भारत में ग्रामीण आजीविका और स्वरोजगार के लिए पशुपालन एक मजबूत विकल्प बनता जा रहा है। खास तौर पर बकरी पालन एक कम लागत और मुनाफे वाला व्यवसाय है। अब इसे बढ़ावा देने के लिए सरकार और बैंक मिलकर किसानों और स्वरोजगार करने वालों के लिए बकरी पालन ऋण योजना चला रहे हैं। अच्छी खबर यह है कि अब इसके आवेदन शुरू हो गए हैं।
क्या है बकरी पालन ऋण योजना?
बकरी पालन ऋण योजना एक ऐसी योजना है जिसके तहत केंद्र और राज्य सरकारें बैंकों के साथ मिलकर किसानों और पशुपालकों को बकरी पालन के लिए ऋण प्रदान करती हैं। इसके तहत आप बकरियां खरीदने, शेड बनाने, चारे की व्यवस्था करने आदि जैसे खर्चों के लिए ऋण ले सकते हैं।
इस योजना के तहत ऋण राशि आमतौर पर ₹50,000 से ₹5 लाख तक हो सकती है, और सरकार द्वारा सब्सिडी भी दी जाती है।
मुख्य लाभ:
कम ब्याज दरों पर ऋण (सरकारी बैंकों से)
सरकारी सब्सिडी 25% से 35% (SC/ST के लिए 50% तक)
बकरी खरीदने, शेड बनाने, दवाइयाँ, चारा आदि के लिए फंडिंग
न्यूनतम कागजी कार्रवाई
ऋण EMI पर छूट
पात्रता:
आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए।
आयु 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
बकरी पालन में प्रशिक्षण या अनुभव होना चाहिए (या योजना के तहत प्रशिक्षण लेना चाहिए)।
बिजनेस प्लान या प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार होनी चाहिए।
अच्छे बैंक ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड और CIBIL स्कोर होना ज़रूरी है।
आवश्यक दस्तावेज़:
आधार कार्ड/पहचान पत्र
पासपोर्ट साइज़ फोटो
जाति प्रमाण पत्र (यदि सब्सिडी के लिए आवेदन कर रहे हैं)
निवास प्रमाण पत्र
बैंक खाता विवरण
बकरी पालन पर प्रोजेक्ट रिपोर्ट
प्रशिक्षण प्रमाण पत्र
















