Safari Starts On All Routes Of Sariska : कोरोना काल में लंबे समय से बंद पडी सरिस्का साईट खोली, दिल्ली, मुम्बई, गुड़गांव से पहुंचे पहले दिन पयर्टक

राजस्थान। देश-विदेश के टूरिस्ट के लिए खुशखबरी है। कोरोना काल के चलते लंब समय से बद पडे ररिस्का की साईट 1 अक्टूबर से खोल दी गई । पहले दिन शुक्रवार को दिल्ली, मुम्बई, गुड़गांव सहित कई जगहों के टूरिस्ट सरिस्का पहुंचे। सफारी की शुरूआत के अवसर पर सरिस्का व टहला गेट पर पर्यटकों का सरिस्का के अधिकारियों ने स्वागत किया गया। अब सरिस्का में 23 टाइगर हैं। सभी रूट खुलने से खूब साइटिंग होगी। मानसून के दौरान केवल एक ही रूट पर सफारी थी। पर्यटकों का स्वागत करते समय सीसीएफ आरएन मीणा, डीएफओ सुदर्शन शर्मा सहित कई अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।

सुबह साढ़े 7 बजे तक टिकट
सरिस्का में सफारी करने के लिए सुबह की शिफ्ट में साढ़े सात बजे तक टिकट लेकर सफारी का लुत्फ उठा सकते हैं। वहीं शाम की शिफ्ट में सफारी का टिकट चाढ़े चार बजे तक ले सकते हैं। टिकट मिलने तीन बजे से शुरू हो जाते हैं। जिप्सी व कैंटर दोनों से सफारी होने लगी हैं।

सरिस्का में ट्रेनी आइएफएस ने भी टूरिस्ट का स्वागत किया।
सरिस्का में ट्रेनी आइएफएस ने भी टूरिस्ट का स्वागत किया।

अब चार बड़े रूट खुल गए
एक अक्टूबर से सफारी में चार बड़े रूट खुल गए हैं। इस बार सरिस्का के जंगल में घनी हरियाली है। जंगल का आकर्षण पहले से चार गुना है। पहाड़ों के ऊपर घने जंगल के बीच सफारी और टाइगर सहित अनेक तरह के वन्यजीवों को देखने का आकर्षण गजब का है। अब चारों रूट खुलने से टूरिस्ट को कई तरह के वन्यजीवों की साइटिंग हो सकेगी।

सरिस्का में 23 टाइगर
सरिस्का में 23 टाइगर हैं। जिनमें 11 फीमेल, 6 मेल व 6 शावक हैं। सबसे अधिक साइटिंग एसटी 21 युवराज,एसटी 9, एसटी 2, एसटी 7, एसटी 15, एसटी 8 की होती रही है। वैसे बीच-बीच में सभी टाइगर दिख जाते हैं। इसके अलावा पैंथर की भरमार हैं। जंगल में सैकड़ों पैंथर हैं।

सरिस्का गेट पर टूरिस्ट का स्वागत।
सरिस्का गेट पर टूरिस्ट का स्वागत।

20 सवारी 10 हजार रुपए किराया
कैंटर में 20 सवारी एक साथ सफारी का लुत्फ उठा सकती है। जिसका किराया 10 हजार 272 रुपए है। जबकि जिप्सी में 6 सवारी एक साथ जा सकती है। एक जिप्सी का किराया 5 हजार 124 रुपए है। एक बार की सफारी में करीब ढ़ाई से तीन घंटे का समय लगता है। करीब 50 किलामीटर से अधिक जंगल के रूट में घुमाया जाता है।

गाइड का पूरा सहयोग
यहां करीब 44 गाइड हैं। जिसमें से 35 एक्टिव हैं। एक सफारी के साथ एक गाइड रहता है। जो जंगल व वन्यजीवों के बारे में जानकारी देता है। जिसके लिए गाइड को 570 रुपए मिलते हैं। कई बार एक दिन एक से अधिक ट्रिप भी हो जाती हैं। गाइड अर्जुन का कहना है कि अब टूरिस्ट को खूब टाइगर की साइटिंग होगी। जिससे टूरिस्ट बढ़ेगा तो उनको भी रोजगार मिलेगा। इस बार सरिस्का में पूरी रौनक है।