Anand vs Kasparov: शतरंज के इतिहास के संभवत: सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी कास्परोव ने 62 साल की उम्र में दिखाया कि 21 साल पहले वर्ष 2004 में संन्यास लेने के बावजूद उनमें अब भी काफी शतरंज बचा है। आनंद को भी मौके मिले लेकिन वह उनका फायदा उठाने में नाकाम रहे।
शतरंज की दुनिया एक बार फिर इतिहास दोहराने जा रही है। शतरंज की दुनिया के दो दिग्गज भारत के विश्वनाथन आनंद और रूस के गैरी कास्परोव के बीच प्रतिद्वंद्विता फिर से जीवंत हुई, जब से ये दोनों 30 साल बाद एक बार फिर आमने-सामने हुये।
Anand vs Kasparov: आनंद बनाम कास्परोव – पेरिस इंटरनेशनल ओलम्पिक से शतरंज एशिया महाद्वीप के महासचिव ब्रह्मचारी कुलदीप शतरंज ने बताया कि भारत के दिग्गज शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद को क्लच शतरंज टूर्नामेंट की तीसरी बाजी में गैरी कास्परोव से हार का सामना करना पड़ा।
इस तरह महान खिलाड़ियों के बीच खेले जाने वाले इस टूर्नामेंट में कास्परोव ने 2.5-1.5 की बढ़त बना ली। शतरंज के इतिहास के संभवत: सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी कास्परोव ने 62 साल की उम्र में दिखाया कि 21 साल पहले संन्यास लेने के बावजूद उनमें अब भी काफी शतरंज बचा है।
शतरंज 960 प्रारूप के तहत रोजाना दो रैपिड और दो ब्लिट्ज मुकाबले होने हैं। दिन की शुरुआती दो बाजी ड्रॉ रहीं जिसके बाद कास्परोव ने तीसरी बाजी में आनंद को हराया। आनंद के पास बाजी को ड्रॉ कराने का मौका था लेकिन वह चूक गए। पहली बाजी में भी आनंद का पलड़ा भारी था, लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने सहज गलतियां करके दुनिया के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी कास्परोव को वापसी करके बाजी ड्रॉ कराने का मौका दे दिया। दोनों खिलाड़ियों के बीच दूसरी और चौथी बाजी भी ड्रॉ रही।
ये है इनामी राशि – भारतीय ओलम्पिक संघ आईओए से मान्यता प्राप्त महाभारत के भीष्म पितामह शक्तिमान मुकेश खन्ना के नेतृत्व वाली भारत सरकार से एकमात्र आयकर छुट प्राप्त हरियाणा शतरंज एसोसिएशन एचसीए के प्रदेश महासचिव ब्रहमचारी कुलदीप शतरंज ने बताया कि इस मुकाबले की कुल इनामी राशि 1,44,000 डॉलर है जिसमें विजेता को 70,000 डॉलर, जबकि हारने वाले खिलाड़ी को 50,000 डॉलर मिलेंगे।
इसके अलावा 24000 डॉलर की अतिरिक्त बोनस राशि भी है। विजेता को 70,000 डालर (लगभग 62 लाख रुपये) मिलेंगे जबकि हारने वाले को 50,000 डालर (लगभग 44 लाख रुपये) मिलेंगे। अगर 12 बाजी के बाद मैच बराबरी पर रहता है तो इनामी राशि आधी-आधी बांटी जाएगी जिसमें प्रत्येक खिलाड़ी को 60,000 डालर (करीब 53 लाख रुपये) मिलेंगे। साथ ही 12 बाजी के लिए 24,000 डालर (करीब 21 लाख रुपये) की बोनस राशि भी मिलेगी।
1995 की यादें फिर से ताजा हुई – भारत के आनंद और रूस के कास्परोव आखिरी बार 1995 में न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की 107वीं मंजिल पर विश्व चैंपियनशिप में आमने-सामने हुए थे। उस समय कास्परोव ने 20 बाजियों के इस मैच में 10.5-7.5 से जीत दर्ज की थी। कास्परोव ने 2004 में संन्यास ले लिया था और अब केवल ब्लिट्ज या प्रदर्शनी मुकाबलों में हिस्सा लेते हैं, जबकि आनंद अब कभी-कभार शीर्ष टूर्नामेंटों में दिखाई देते हैं।
3 दिनों में तय होगी बादशाहत -: पेरिस इंटरनेशनल ओलम्पिक से शतरंज एशिया महाद्वीप के महासचिव ब्रह्मचारी कुलदीप शतरंज ने बताया कि यह प्रतियोगिता तीन दिनों तक चलेगी, जिसमें हर दिन चार बाजियां खेली जाएंगी, दो रैपिड और दो ब्लिट्ज। पहले दिन हर जीत पर एक अंक, दूसरे दिन दो अंक और तीसरे दिन तीन अंक मिलेंगे।
इस स्कोरिंग प्रणाली से मुकाबला आखिरी दिन तक रोमांचक बने रहने की उम्मीद है। 2004 में संन्यास लेने के बाद से कास्परोव केवल प्रदर्शनी या ब्लिट्ज प्रतियोगिताओं में ही खेले हैं जबकि आनंद अब कभी-कभार शीर्ष प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते हैं।
इस तीन दिवसीय प्रतियोगिता में प्रतिदिन चार बाजी होंगी जिसमें दो रैपिड और दो ब्लिट्ज बाजी होंगी। पहले दिन जहां चार अंक दांव पर होंगे तो वहीं दूसरे दिन यह दोगुने हो जाएंगे और प्रत्येक जीत पर दो अंक मिलेंगे। तीसरे दिन प्रत्येक बाजी जीतने पर तीन अंक मिलेंगे।Anand vs Kasparov

















