पत्नी व बच्चों के साथ धरने पर बैठे धारूहेडा में श्रमिक, प्रबंधन मौन

बिना नोटिस 105 कर्मचारियो को कंपनी ने दिखाया बाहर का रास्ता
धारूहेड़ा: औद्योगिक क्षेत्र में एक कंपनी ने 105 श्रमिकों को नौकरी निकालने का मामला तूल पकडता जा रहा हैं। लगातार चार दिन से श्रमिक पत्नी व बच्चो के साथ धरने पर बैठे हुए है। श्रमिको ने प्रशासन व कंपनी प्रबंधक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है। श्रमिको ने चेतावनी दी है वे किसी भी कीमत से धरने से नहीं उठेगें, चाहे उन्हें जान ही गवाानी पडे।

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दिल्ली-जयपुर हाइवे स्थित धारूहेड़ा कस्बा के गांव खरखड़ा में एक कंपनी ने अपना प्लांट लगाया हुआ है। प्लांट में कंपनी के दूसरे प्लांटों से बड़ी पैकिंग में स्पेयर पार्ट्स आते है। खरखड़ा के प्लांट में इन पार्ट्स को छोटी-छोटी पैकिंग में करने के बाद उत्तर भारत में सप्लाई किया जाता है। प्लांट में सैकड़ों श्रमिक कार्यरत है। इसमें से 105 श्रमिकों को 28 फरवरी की सुबह अचानक कंपनी से हटा दिया गया।

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सडक के पास बैठे दे रहे धरना: श्रमिकों ने कंपनी प्रबंधक के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रबंधन की ओर से पुलिस बल कंपनी के गेट पर तैनात किया गया। पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे श्रमिकों को गेट से हटा दिया। हालाकि कंपनी के पास ही श्रमिक धरने पर शुक्रवार को पत्नी व बच्चो के साथ आकर धरने पर बैठे हुए है।
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अचानक कंपनी से निकाल दिए जाने से 105 परिवार परेशान है, लेकिन प्रबंधन कोइ सुनवाई नहीं कर रहा है। छोटे छोटे बच्चे व महिलाए आंसू बहा रही है, आखिर ऐसे नौकरी से निकालते पर क्या जाए।