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Tiger ST 2303: करीब 20 से ज्यादा पशुओं बलि चढाने, एक दर्जन लोगों पर (Tiger ST 2303) हमला करने वाले (एसटी-2303 बाघ को वन विभाग की रणथंभौर टाइगर रिजर्व टीम ने रेस्क्यू करते हुए झाबुआ से जंगल से काबू कर लिया है। 71 दिन के बाद ट्रेंकुलाइज होने से। 18 गांवों के लोगो दोनों ही राज्यों के वन अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
बता दे कि पिछले कई माह से गांव झाबुआ के वन क्षेत्र में बाघ एसटी 2303 घूम रहा है। बाघ के चलते एक दर्जन से (Tiger ST 2303) अधिक गांवों के किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। आलम यहां है बाघ रात को गांव के आस पास कई किसानों के पशुओ केा शिकार बना चुका है। लेकिन वन विभाग की टी की ओर से इसे पकडा नहीं गया है। जिससे लोग परेशान थे। Tiger ST 2023
Tiger ST 2303: बता दे कि 16 अगस्त से अलवर जिले के सरिस्का बफर जोन से बाघ झाबुआ (Rewari news) वन क्षेत्र में धूम रहा है। बाघ के कारण किसानों ने खेतों में जाना बंद कर दिया है। बाघ के भय से किसान खेती नहीं कर पा रहे हैं जिससे चलते कई एकड जमीन अधिक खेती प्रभावित हो रही है। किसानों का आरोप है कि वन अधिकारी बाघ को पकड़ने का प्रयास नहीं कर रहे हैं।
आप्रेशन टाय टाय फिस: कुछ दिन पहले अलवर व रेवाड़ी जिले के वन अधिकारियों ने बाघ को पकड़ने का प्रयास किया। कैमरे लगाकर उसका पीछा भी किया गया। लेकिन वन विभाग का यह आपरेशन अब टाय टाय फिस हो गया है।(Tiger news Rewari)
किसान परेशान है ओर वे आराम से बैठे हुए है। रात के अंधेरे में बाघ आसपास के गांव के खेतों में विचरण करता है, किसानों व ग्रामीणों में भय बना हुआ है।
कई लोंगो पर चुका है हमला: ये टाइगर हरियाणा व राजस्थान के (Rajasthan news) कई किसानों पर हमला कर चुका हैं। हमला करने पर कुछ दिन बार वन विभाग इसे पकडने के लिए सक्रिय हुआ था, लेकिन एक बा र फिर वन विभाग ने चुप्पी साध ली है। लोगो परेशान है ओर प्रशासन को इसको लेकर कोइ फिकर ही नहीं है।Tiger ST 2303
सोमवार को गुस्साए 18 गावों के लोंगो ने ज्ञापन सोंपा। इस मौके पर झाबुआ गांव के सरपंच सिंह की अगुवाई में ज्ञापन सोपा। डीसी को ज्ञापन देते को चेतावनी दी है तथा कहा कि अगर जल्द बाघ को काबू नहीं किया गया तो आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
हालांकि डीसी अभिषेक मीणा ने वन विभाग के अधिकारियों के निर्देश दिए कि ग्रामीणों के साथ मिलकर जल्द से जल्द बाघ को काबू किया जाए। उसके बाद प्रशासन जागा तथा अभियान चलाया।
71 दिन बाद आया काबू: एसटी-2303 बाघ बार बार लोकेशन बदल रहा था। ऐसे में इसको पकडना चुनोती बना हुआ था। सरिस्का टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर संग्राम सिंह ने बताया कि बाघ नए ठिकाने बदल रहा थाा। कई बार प्रयास किया लेकिन सफलत नहीं मिली थी।
रविवार मिली सफलत: टीम में रविवार देर शाम को टाइगर एसटी-2303 को ट्रेंकुलाइज कर लिया गया ऑपरेशन में सहायता के लिए रणथंभौर टाइगर रिजर्व (Ranthambore Tiger Reserve) से एक विशेष टीम को बुलाई गई थी। । Tiger ST 2303
दोबारा राजस्थान भेजा जाएगा टाइगर: बता दे कि टीम न उसे काबू कर लिया है। बाघ को वापस राजस्थान (Rajasthan- Alwar) ले जाया जाएगा और तकि वह दोबारा इधर नहीं आएTiger ST 2303