धारूहेड़ा: करीब पांच साल से धारूहेड़ा के लोग राजस्थान के भिवाड़ी औद्योगिक कस्बे से छोडे जा रहे दूषित एवं रसायन युक्त पानी की दंश झेल झेल रहे थे। दो राज्यो की सीमा, अलवर बाइपास पर बनाए गए अवरोधक से करीब चार माह से लोगो को गंदे पानी से राहत मिली हुई है।
लेकिन लगातार हो रहे जलभराव के चलते अब यह अवरोधक टूटने का कगार पर है। अगर समय रहते इसकी मरम्मत नहीं हुई दो दोबारा से वही हालत बन सकते है।Haryana: चलती रोडवेज बस में चालक को आया हार्ट अटैक, परिचालक ने बचाई जान
बता दे राजस्थान का पानी बडा मुददा बना हुअ है। मुख्यमंत्री जहां इस पानी के बीच उतरकर समस्या को देख चुके हैं, वहीं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह भी इस समस्या को लेकर संज्ञान ले चुके है। हालांकि बाइपास पर अवरोधक बनाने के बाद यह पानी अलवर बाइपास भिवाड़ी सीमा पर जमा हो रहा है। लेकिन भिवाड़ी की ओर से पानी छोडना अभी भी नहीं रूका है।
टूटने लगा अवरोधक: काफी मशक्कत के साथ नपा धारूहेड़ा के सहयोग से अलवर बाइपास पर अवरोधक बना तो दिया गया है, लगातार हो रह जलभराव के चलते अब अवरोधक टूटने के कगार पर है। अगर समय रहे इसे रिपेयर नहीं किया तो अलवर बाइपास का पानी दोबारा से धारूहेड़ा पहुंच जााएगा। उपचेयरमैन अजय जांगडा ने जिला प्रशासन से इस अवरोधक की मरम्मत करवाने कर मांग की है।
















