रेवाडी: इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय में छात्र युवा कल्याण विभाग के द्वारा संत शिरोमणि गुरु रविदास जयंती के उपलक्ष्य में एक संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि अशोक कुमार गर्ग, उपायुक्त, रेवाड़ी एवं मुख्य वक्ता डी. पी. भारद्वाज मोजूद रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर विश्वविद्यालय कुलगीत द्वारा किया गया।Rewari Crime: Fitness Center के संचालक पर चाकूओ सें हमला, हमलावारो की हुई पहचान, पुलिस जांच मे जुटी
कॉलेज अधिष्ठाता प्रो. तेज सिंह ने कार्यक्रम की रूपरेखा बताते हुए संत गुरु रविदास के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि संत रविदास जी ने अपने जीवन में समस्त मानव जाति को एक सूत्र में पिरोने का कार्य किया।
उनके विचार युगों-युगों तक जनकल्याण के लिए प्रेरणा बने रहेंगे। उन्होंने “मन चंगा तो कठौती में गंगा” के माध्यम से सभी के आंतरिक मन की पवित्रता व निर्मलता पर बल दिया।

मुख्य अतिथि अशोक कुमार गर्ग ने संत गुरु रविदास जयंती के अवसर पर सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए दोहों के माध्यम से संत रविदास जी की जीवन शैली के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने विद्यार्थियों को जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया और कहा कि युवा शक्ति को प्रण लेकर एकजुट होकर समाज का कल्याण कर एक अच्छे राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान देना चाहिए।
Haryana News: पूर्व केंद्रीय मंत्री हुकमदेव नारायण पहुंचे धारूहेडा, शिवरतन को दी श्रंऋाजलि
उन्होंने बताया कि संत रविदास जी समता व सदाचार को प्राथमिकता देते थे। उन्होंने समाज में फैली बुराइयों के खिलाफ आवाज उठाई और अपनी पवित्र वाणी के माध्यम से समाज में बिना किसी भेदभाव के सभी को समरसता और बराबरी का भाव रखते हुए एक अच्छे समाज की स्थापना के प्रति जागरूक किया।
मुख्य वक्ता डी. पी. भारद्वाज ने संत गुरु रविदास जी के जीवन व दर्शन पर विद्यार्थियों को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि संत शिरोमणि रविदास जी सभी लोगों को एक समान दृष्टि से देखते थे। वे एक महान गुरु होने के साथ-साथ, महान कवि व समाज सुधारक के रूप में भी विख्यात थे।
उन्होंने सभी विद्यार्थियों को संत रविदास जी के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया और कहा कि भारत देश सामाजिक समरसता रखता है। उनके विचारों से जनकल्याण को सीख लेनी चाहिए।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जे. पी. यादव ने संत रविदास जी की जयंती पर सभी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके विचारों से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि मानव कल्याण के लिए संत रविदास जी हमेशा आगे रहे।
उन्होंने सामाजिक कल्याण के लिए समाज में फैली हुई कुरीतियों का हमेशा विरोध किया। हम सभी को संत गुरु रविदास जी के दिखाए हुए रास्तों पर चलकर जनकल्याण में योगदान देना चाहिए।Haryana News: राजस्थान से आ रहे हरियाणा में अवैध हथियार
भारतीय संत परंपरा वादी समाज में फैली बुराइयों को दूर करने के लिए हमेशा जाने जाते है। संत गुरु रविदास जी भारतीय संस्कृति के मजबूत स्तंभ व संरक्षक माने जाते है। उन्होंने कर्म प्रधान समाज कल्याण के लिए हरसंभव कार्य किए। अपनी साहित्यिक रचनाओं के माध्यम से और दोहों व पदों के माध्यम से जनकल्याण का उद्धार किया।
संत किसी जाति विशेष के न होकर सभी धर्मों के होते है। सभी को संतों-मुनियों के बताए हुए मार्ग पर चलना चाहिए ताकि एक अच्छे समाज का निर्माण हो सके।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. प्रमोद कुमार ने संत गुरु रविदास जयंती की बधाई देते हुए सभी विद्यार्थियों को कड़ी मेहनत से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया और कहा कि आज के युवाओं को गुरु रविदास जी के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए और सफलता हासिल करनी चाहिए।
सहायक प्रोफेसर डॉ. विजेंद्र सिंह ने सभी का धन्यवाद करते हुए विद्यार्थियों को संत गुरु रविदास जी के विचारों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। मंच का संचालन सहायक प्रोफेसर डॉ. जागीर नागर द्वारा किया गया। इस अवसर पर छात्र कल्याण विभाग प्रो. विजय कुमार, निदेशक छात्र कल्याण डॉ. रविंदर सहित सभी शिक्षक व गैर-शिक्षक कर्मचारी व विद्यार्थी उपस्थित रहे।

















