Rewari: वे हाथ जोड कर रोते रहे, चलता रहा बुलडोजर, 30 परिवार को खुले आसमान में गुजारी रात
रेवाडी: हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने मानवता को ताक पर ऱखकर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की। शहर के बावल रोड पर सड़क किनारे झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले गरीब परिवार बेघर हो गए हैं।Weather Alert : Delhi NCR में ठंड का डबल अटैक, मौसम विभाग ने दी चेतावनी
HSVP की इस कार्रवाई के बाद ठंढ का कहर उस नवजात को झेलना पर जिसने कुछ ही दिन पहले आंखे खोली थी। 10 डिग्री सेल्सियस तापमान में रात भर उस महिला ने भी ठिठुरते हुए रात निकाली, जिसने 3 दिन पहले ही बेटी को जन्म दिया था।
8 महीने पहले भी की थी कार्रवाई
HSVP की तरफ से करीब 8 महीने पहले भी रोड से कब्जा हटाया गया था। इसके बाद फिर से सड़क किनारे झोपड़ी लगाकर गाड़ियां लुहार समाज के लोग रहने लग गए। इसके बारे में पता चलते ही शुक्रवार को पुलिसबल की मौजूदगी में सड़क के दोनों तरफ से जगह को खाली करा दिया गया।
हालांकि विभाग की कार्रवाई पर इसलिए सवाल खड़ा हुआ कि गरीब परिवारों को झोपड़ी से बाहर सामान तक निकालने का मौका नहीं दिया गया।
यहां शुक्रवार को इन सर्द रातों में लगभग 20 परिवारों के पास सिर छुपाने की जगह भी नहीं है। क्योंकि HSVP के बुलडोजर के पंजे ने इनके असियाने तबाह कर दिए। इन झुग्गियों में रहने वाले परिवारों को समान हटाने तक का भी मौका नहीं दिया। जिसके चलते 20 से ज्यादा परिवारों ने खुले आसमान तले रात गुजारी।हरियाणा में बंद होंगे ये महंगे 8 टोल, यहां देखिए सूची
रात को महिला को जब अस्पताल से घर आई तो घर जैसा कुछ था ही नहीं। जिस झुगी-झोपड़ी में उसका परिवार रहता था उसको तो दिन में ही पीले पंजे ने धराशाही कर दिया था। झोपड़ी के साथ ही खाने पीने का सामान व सर्दी के कपड़े भी बुलडोजर की कार्रवाई में जमींदोज हो गया था।
पीड़ित परिवार 1 घंटे की मोहलत मांगता रहा, लेकिन अधिकारियों ने बड़ी निर्दयता से सब कुछ तबाह करने का आदेश बुलडोजर को दे दिया। शायद लोहे की मशीन का कलेजा इस मंजर से कांप जाता। लेकिन अधिकारियों का कलेजा नहीं पसीजा।