रेवाड़ी। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. शिवकुमार खंडेलवाल ने कहा कि साहित्य आत्म साक्षात्कार है। सच्चा साहित्य हृदय को छूता है। वह चिंता का विषय है कि विदेश में भारतीय मूल्यों की पहचान बढ़ रही है, जबकि भारत में साहित्य की स्थिति चिंताजनक है। मॉडल टाउन स्थित हिंदू वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में शनिवार को अखिल भारतीय साहित्य परिषद की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. शिवकुमार खंडेलवाल ने कहा कि साहित्य आत्म साक्षात्कार है। सच्चा साहित्य हृदय को छूता है। वह चिंता का विषय है कि विदेश में भारतीय मूल्यों की पहचान बढ़ रही है, जबकि भारत में साहित्य की स्थिति चिंताजनक है। वह आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत हरियाणा साहित्य अकादमी, पंचकूला के सौजन्य से आयोजित रेवाड़ी शाखा के रजत जयंती समारोह के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर परिषद् की 25 वर्षीय साहित्यिक गतिविधियों की रिपोर्ट पर आधारित स्मारिका का विमोचन भी किया गया।
उन्होंने कहा कि कृत्रिमता का आवरण ओढ़कर साहित्य सेवा नहीं हो सकती। सबके हित के लिए लिखी गयी रचना ही साहित्य है। विशिष्ट अतिथि प्रांतीय उपाध्यक्ष रामधन शर्मा ने रामस्तुति सुनाकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रांतीय कोषाध्यक्ष हरींद्र यादव ने रजत जयंती समारोह को मील का पत्थर बताया। सुप्रतिष्ठित गजलकार विपिन सुनेजा ने कार्यक्रम का सान्निध्य करते हुए कहा कि साहित्य के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ नयी पीढ़ी के मार्गदर्शन के लिए साहित्यिक कार्यशालाएं आयोजित होनी चाहिए। प्रथम सत्र के स्वागताध्यक्ष एवं हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के उपाध्यक्ष वीपी यादव ने कहा कि साहित्य संस्कार का विषय है भावी पीढ़ी को संस्कारित करने में साहित्य की महत्वपूर्ण भूमिका बनती है। परिषद के कार्यकारी प्रांतीय अध्यक्ष प्रो रमेशचन्द्र शर्मा, वरिष्ठ साहित्यकार सत्यवीर नाहिड़या ने अतिथियों की अगवानी की। प्रथम सत्र कार्यक्रम का संचालन रेवाड़ी इकाई के महामंत्री गोपाल वाशिष्ठ ने किया। इस अवसर पर प्रांतीय परिषद् के मार्गदर्शक डॉ. पूर्णमल गौड़, प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. सारस्वत मोहन मनीषी, महामंत्री योगेश वाशिष्ठ, मुम्बई से आए कथाकार बीएल गौतम, प्रदेश संगठन मंत्री डॉ. मनोज भारत, गुरुग्राम की महामंत्री मोनिका शर्मा, डॉ. पवन गोयल, नगर परिषद चेयरपर्सन श्रीमती पूनम यादव, जैन समाज एवं भगवान महावीर विद्यापीठ के प्रधान पदमकुमार जैन, समाजसेवी हेमंत सिंहल आदि ने विचार रखें। अलग-अलग सत्रों का संचालन रेवाड़ी शाखा की अध्यक्ष श्रुति शर्मा, संस्कृति लेखक सत्यवीर नाहड़िया, संयुक्त मंत्री अरविंद भारद्वाज ने किया। इस मौके पर 25 वर्ष के इतिहास की चित्र प्रदर्शनी एवं पुस्तक प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र रही। समारोह में हरियाणा के विभिन्न जिलों से आए साहित्यकारों ने भाग लिया।
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