रेवाडी: जिला प्रशासन की अनेदेखीे के चलते दो नाबालिग बहने पैशन बनवाने के लिए एक साल से कार्यालयो के चक्कर काट रही है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। गुरुवार को बच्चियो की समस्या हरियाणा में मुख्यमंत्री, समाजकल्याण विभाग के मंत्री व डायरेक्टर, जिला उपायुक्त, अतिरितक जिला उपायुक्त, जिला समाज कल्याण अधिकारी को ईमेल से शिकायत भेजी हैै।
कैलाश चंद अधिवक्ता ने चेतावनी दी है अगर सरकार जल्द इनकी समस्या का समाधान नही करती है तो न्यायालय के समक्ष इनकी फरियाद रखी जायगी ओर न्यायालय के माध्यम से न्याय दिलया जाएगा। शिकायत में वर्षा और हेमलता दोनों बहनों ने बताया कि वर्ष 2016 में उनके पिता की मौत हो गई थी, जिसके कारण परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी। उसके पश्चात उनकी मां हेमलता जैसे-तैसे उनका पालन पोषण कर रही थीं। गत वर्ष कोरोना महामारी से उनकी मां की भी मौत हो गई है। अब घर में कोई कमाने वाला नहीं है, जिसके चलते उन्हें न केवल आर्थिक परेशानी उठानी पड़ रही है, बल्कि भोजन सहित अन्य दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि नाबालिग होने के कारण उन्हें कहीं काम भी नहीं मिल पा रहा है, जिसके चलते उनकी परेशानी दोगुनी हो गई है। उन्होंने कहा कि पेंशन बनवाने के लिए वह पिछले कई माह से अधिकारियों के चक्कर लगा रही हैं, लेकिन उनकी पेंशन नहीं बनाई जा रही है। उन्होंने शिकायत के माध्यम से जल्द समस्या का समाधान कराने की मांग उठाई है। वहीं अधिवक्ता कैलाश चंद ने कहा कि अगर सरकार जल्द उनकी समस्या का समाधान नहीं करती है तो न्यायालय का सहारा लिया जाएगा।
क्या है विवाद: डहीना निवासी महेंद्र सिंह की 2019 में मौत हो गई थी, वहीं उसकी पत्नी की भी 2021 में कोरोना की चपेट मे आकर जान चली गई। माता पिता की मौत के बाद करीब 17 साल व करीब 9 साल की बहने प्रशासन के पास पेंशन बनाने के लिए भटक रही है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं की हैं। कैलाश चंद गरीबो की निशुल्क सहायता करते है तथा उनके न्याय के लिए आवाज उठाते आए हैं।