रेवाड़ी: जिले के लोगों के स्वास्थ्य सुधार में प्रशासनिक रूप से सक्रिय भागीदारी निभाई जा रही है। स्वास्थ्य सुरक्षा के मद्देनजर जिले में सरकार की ओर से ई-संजीवनी ओपीडी सेवा भी चल रही है। स्वास्थ्य सुरक्षा के तहत शुरू हुई यह ओपीडी सेवा जरूरतमंदों के लिए लाभकारी है। अब लोग घर बैठकर ही ई-संजीवनी एप डाउनलोड करके स्वास्थ्य सेवा का लाभ उठा सकते हैं।
उपायुक्त यशेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार की ओर से जनसेवा के रूप में बीमारियों को फैलने से रोकने के उद्देश्य से जागरूकता ही बचाव का अहम कदम है। ई-संजीवनी ओपीडी सेवा जिले में प्रभावी रूप से चल रही है। इस ओपीडी के माध्यम से मरीज घर बैठे ही मोबाइल एप के माध्यम से संबंधित चिकित्सक से अपने रोग से संबंधित परामर्श ले सकते है। उन्होंने बताया कि ई संजीवनी ओपीडी निर्धारित शेड्यूल अनुसार 24 घंटे लोगों के लिए उपलब्ध है। उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि वे अस्पताल में तभी जाएं जब जरूरी हो अन्यथा ई-संजीवनी की ओपीडी के माध्यम से अपना उपचार कराएं। ई-संजीवनी ओपीडी भारत सरकार का प्रमुख टेली मेडिसिन प्लेटफार्म है, जिसे भारत सरकार के तत्वावधान में विकसित किया गया है। यह प्लेटफार्म किसी भी भारतीय नागरिक को मुफ्त परामर्श प्रदान करता है।
ऐसे उठाएं ई-संजीवनी का लाभ: ई-संजीवनी से दो तरह से टेली-मेडिसिन कंसल्टेंसी का लाभ आम लोग उठा सकते हैं। इसके लिए ई-संजीवनी एप को अपने मोबाइल पर इंस्टाल करना होगा। इसके बाद आपको रजिस्ट्रेशन करना होगा। एप में तीन आप्शन दिखते हैं। पहला मरीज का रजिस्ट्रेशन व टोकन, दूसरा मरीज का लाग इन और तीसरा प्रिक्रिप्शन। इस तरह आप डाक्टर से जुड़ कर टेली परामर्श ले सकते हैं।