रेवाड़ी: शहर के नसियाजी स्थित प्रणम्य सागर मांगलिक भवन में चल रहे भक्तामर विधान के अंतर्गत अर्हंश्री माता ने 15 काव्य के महत्व के बारे में बताया। पुण्य अर्जक परिवार दिगंबर जैन महासमिति गांधीनगर रहे।Haryana: नूंह में हिंसा का मुजरिम कौन: वाहन नहीं लोगों व पुलिस को जिंदा जलाने की थी साजिश
प्रीति जैन ने बताया कि समिति की तरफ से चांदी की 58 ध्वजा चढ़ाई गई। भक्तामर पाठ की महिमा और माता के आशीर्वाद से चांदी की ध्वजा चढ़ाने का जो संकल्प लिया था, वह 48 की जगह 60 पर पूरा हुआ। यह विधान विधान आचार्य वरुण भैया के द्वारा कराया जा रहा है।